पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बयार के बीच बिहार में सियासी सरगर्मी चरम पर है. विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीतर नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है. राबड़ी देवी के आवास पर उस समय भावुक पल देखने को मिला, जब गया की बाराचट्टी विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहीं उषा देवी टिकट कटने के बाद रोती हुई नजर आईं. टिकट न मिलने से आहत उषा देवी सीधे राबड़ी आवास पहुंचीं और मीडिया से बात करते हुए भावुक होकर फफकर रोने लगीं.
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उषा देवी ने कहा…
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उषा देवी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिससे वह काफी दुखी हैं. उन्होंने कहा, “मैं 17 साल की उम्र से पार्टी की सदस्य हूं. चुनाव प्रचार के लिए बोधगया जाने से पहले मैंने अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेने के लिए अपने गांव का दौरा किया था. खेसारी लाल और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं के समर्पण और आश्वासन के बावजूद मुझे बोधगया निर्वाचन क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिला. मैं निराश हूं, लेकिन फिर भी तेजस्वी यादव और लालू यादव का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.”
“लालू यादव ने कहा था तुम घबराओ नहीं, तुमको हम विधानसभा भेजेंगे”
उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद यादव जी हमारे पिता के समान हैं. उन्होंने 2020 में भी मुझसे टिकट का वादा किया था और 2025 में भी मुझे नहीं मिला. उन्होंने कहा था कि तुम घबराओ नहीं, तुमको हम विधानसभा भेजेंगे. मैंने पार्टी के लिए पूरी मेहनत की, लेकिन मुझे टिकट नहीं मिला. हम बस अभी भी कह रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव जी आप हमारे पिता तुल्य हैं, आप सब कुछ कीजिए.”
कुर्ता फाड़कर रो पड़े आरजेडी नेता मदन शाह
इस बार बाराचट्टी सीट से RJD ने समता देवी को टिकट दिया है. वहीं, मोतिहारी के मधुबन से टिकट नहीं मिलने पर आरजेडी के नेता मदन शाह कुर्ता फाड़कर फूट-फूटकर रो पड़े. वह 2020 में भी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़े थे, लेकिन मात्र दो हजार वोटों से हार गए थे. इस बार भी उन्हें पार्टी की ओर से सिंबल मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मिला नहीं. इससे नाराज होकर वह कुर्ता फाड़कर लालू-राबड़ी आवास के सामने फूट-फूटकर रोए.