Diwali 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने दीपावली के पावन अवसर पर भारत और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. दोनों नेताओं ने अपने संदेशों में इस त्योहार के महत्व को बताते हुए समाज में प्रेम, भाईचारा, और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का आह्वान किया.
राष्ट्रपति मुर्मू ने दी Diwali 2025 की शुभकामनाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “दीपावली के शुभ अवसर पर मैं, भारत और विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को बधाई और शुभकामनाएं देती हूं.” उन्होंने अपने संदेश में कहा, “दीपावली के शुभ अवसर पर मैं, भारत और विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को बधाई और शुभकामनाएं देती हूं. दीपावली भारत का एक प्रमुख और लोकप्रिय त्योहार है. यह अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की, और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है. देश के विभिन्न हिस्सों में हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला यह त्योहार प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है.”
दीपावली के शुभ अवसर पर मैं, भारत और विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। pic.twitter.com/1Ealry6tam
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 20, 2025
सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे लिखा, “इस दिन लोग अपने घरों में मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं. आनंद और उत्सव का यह पर्व, आत्मचिंतन और आत्मसुधार का भी अवसर है. दीपावली पर जिस तरह एक दीपक से अनेक दीपक प्रज्वलित होते हैं उसी तरह हम समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता कर उनके जीवन में खुशहाली ला सकते हैं.” उन्होंने लोगों से पर्यावरण के प्रति जागरूक रहकर सुरक्षित तरीके से त्योहार मनाने की अपील की. राष्ट्रपति ने यह भी कामना की कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लाए.
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने दी बधाई
इसी तरह, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने दीपावली के शुभ अवसर पर देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों और भारत के मित्रों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं. उन्होंने अपने संदेश में कहा, “दीपावली बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का उत्सव है. दीपावली के अवसर पर उदारता, दान और समावेशिता के मूल्य जो हमारी सभ्यतागत परंपराओं में गहराई से समाए हुए हैं और भी स्पष्ट रूप से प्रकट होते हैं जब हम जरूरतमंदों और वंचित वर्गों के प्रति अपना सहयोग और समर्थन साझा करते हैं.”
धर्म को अपनाने का आह्वान किया
उन्होंने लोगों से नकारात्मकता और अधर्म को त्यागकर सकारात्मकता व धर्म को अपनाने का आह्वान किया, ताकि व्यक्तिगत और राष्ट्रीय प्रगति हो सके. उपराष्ट्रपति ने देवी लक्ष्मी से सभी के लिए शांति, समृद्धि, और उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की. उपराष्ट्रपति ने लिखा, “जिस प्रकार इस त्यौहार पर हर घर में सामूहिक रूप से जलाए गए दीये रात के आसमान को रोशन करते हैं, उसी प्रकार हमारी लगन और प्रतिबद्धता भारत के सामूहिक विकास में सहायक हो. मैं देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि हम सभी पर शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद बरसाएं.”