New Delhi: अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण पर इज़रायल ने भारत को बधाई दी है. इज़रायल के भारत में राजदूत रयूवेन अज़ार ने हार्दिक बधाई देते हुए इसे भारत की प्राचीन सभ्यता के पुनर्जागरण का ऐतिहासिक क्षण बताया. उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर धर्म ध्वज का फहराना भारत की सांस्कृतिक पहचान और आध्यात्मिक विरासत का शक्तिशाली प्रतीक है.
एक महत्वपूर्ण सभ्यतागत प्रतीक की पुनर्स्थापना
राजदूत अज़ार ने अपने X पोस्ट में लिखा कि अभिनंदन भारत! अयोध्या राम मंदिर में आज हुए ध्वजारोहण के लिए यह एक महत्वपूर्ण सभ्यतागत प्रतीक की पुनर्स्थापना है. पोस्ट में उन्होंने मंदिर निर्माण के समय अपनी यात्रा की तस्वीरें भी साझा कीं. मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत और UP CM योगी आदित्यनाथ ने मिलकर 191 फीट ऊँचे राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा धर्म ध्वज फहराया.
मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक
यह क्षण मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक है. धर्म ध्वज का आकार 10 फीट ऊँचा और 20 फीट लंबा है और उसमें तीन पवित्र चिन्ह अंकित हैं. PM मोदी ने कहा कि यह ध्वज सदियों के घावों को भरने वाला क्षण है और यह भारत की प्राचीन सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक है. अभिजीत मुहूर्त और विवाह पंचमी का शुभ संयोगध्वजारोहण अभिजीत मुहूर्त में किया गया, जो भगवान राम और माता सीता के विवाह पंचमी से भी जुड़ा है.
राम व्यक्ति नहीं, मूल्य हैं
इस समारोह का आध्यात्मिक महत्व और बढ़ गया. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राम लल्ला गर्भगृह में पूजा की और अन्नपूर्णा मंदिर व सप्तमंदिर में भी दर्शन किए. सभा को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि राम व्यक्ति नहीं, मूल्य हैं और यदि हमें भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है तो हमें अपने भीतर राम को जागृत करना होगा.
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