Ajab Gajab: खूबसूरती और बहादुरी का संगम हैं इजरायली लड़कियां, जानिए सेना में जाने की असली वजह

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Female soldiers of Israel: इजरायल की सेना को दुनिया की सबसे ताकतवर और अत्याधुनिक सेनाओं में गिना जाता है. खास बात यह है कि इसमें महिलाओं की भागीदारी भी बेहद अहम है.

यहां की लड़कियां सिर्फ मॉडलिंग या फिल्मी दुनिया तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि 18 वर्ष की उम्र में ही सेना की वर्दी पहनकर देश की सेवा में जुट जाती हैं. यह केवल जुनून नहीं, बल्कि एक कानूनी जिम्मेदारी भी है.

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महिलाओं की सेना में भागीदारी क्यों बनी जरूरी?

इज़रायल की आज़ादी के तुरंत बाद 1948 में उसे अपने पड़ोसी अरब देशों—जॉर्डन, लेबनान, इजिप्ट, सीरिया और सऊदी अरब से युद्ध का सामना करना पड़ा. उस समय सैनिकों की भारी कमी थी. ऐसे हालात में सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लेते हुए महिलाओं को भी सेना में शामिल करने की नीति अपनाई.

देश की सीमाओं की रक्षा के लिए एक मजबूत फौज की आवश्यकता थी और इसी ज़रूरत के तहत करीब 20,000 महिलाओं की भर्ती इज़रायल डिफेंस फोर्स (IDF) में की गई. यही से शुरू हुआ महिलाओं की सक्रिय भागीदारी का सफर.

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IDF में महिलाएं कौन-कौन सी भूमिकाएं निभाती हैं?

इज़रायली महिलाएं आज सेना की कई अहम इकाइयों और जिम्मेदारियों में शामिल हैं. उनकी भूमिका सिर्फ सहायक नहीं, बल्कि रणनीतिक और निर्णायक होती है.

👉 लड़ाकू बटालियन:

महिलाएं ‘काराकल’, ‘लायंस ऑफ द जॉर्डन’ और ‘बार्डेलस’ जैसी मिक्स्ड जेंडर यूनिट्स का हिस्सा हैं, जो दुश्मन के खिलाफ मोर्चा संभालती हैं.

👉 सीमा सुरक्षा:

ये महिला सैनिक मिस्र बॉर्डर, जॉर्डन वैली और अरावा जैसे संवेदनशील इलाकों में तैनात रहती हैं, जहां अक्सर सुरक्षा को लेकर तनाव रहता है.

👉 टैंक क्रू:

IDF में महिलाएं अब टैंकों की ऑपरेशन टीम का हिस्सा भी बन चुकी हैं. हालांकि, इन्हें आमतौर पर सीधी जंग के मैदान में नहीं भेजा जाता.

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क्या कहता है इजरायल का कानून ?

इज़रायल में हर यहूदी नागरिक– चाहे लड़का हो या लड़की– को 18 वर्ष की उम्र में सेना में सेवा करना अनिवार्य होता है. महिलाएं लगभग दो साल तक ट्रेनिंग और ड्यूटी करती हैं. इस दौरान वे न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनती हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम हो जाती हैं.

महिलाओं की वर्दी में भी है आज़ादी का विकल्प

IDF ने अगस्त 2023 में महिला सैनिकों के लिए वर्दी को लेकर एक बड़ा बदलाव किया. अब महिलाएं अपनी सुविधा और कार्यक्षेत्र के अनुसार दो प्रकार की यूनिफॉर्म में से चुन सकती हैं:

  • लड़ाकू पैंट: कार्गो स्टाइल, साइड पॉकेट्स वाली

  • स्टैंडर्ड पैंट: सिर्फ बैक पॉकेट्स के साथ

इसके अलावा, वायु सेना और नौसेना में तैनात महिला सैनिकों को बेज रंग की यूनिफॉर्म दी जाती है, जिसमें भी विकल्प मौजूद हैं.

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कितनी होती है महिला सैनिकों की सैलरी ?

इज़रायल डिफेंस फोर्स (IDF) में तैनात महिला सैनिकों की वेतन राशि उनकी रैंक, भूमिका और विशेषज्ञता पर निर्भर करती है. हर सैनिक को एक बेसिक सैलरी के साथ-साथ कई प्रकार के अतिरिक्त लाभ भी दिए जाते हैं.

सामान्य महिला सैनिक:

औसतन $500 – $600 प्रति माह (लगभग ₹42,000 – ₹50,000)

तकनीकी विशेषज्ञ या अधिकारी पद पर:

$1,000 – $1,500 प्रति माह तक (लगभग ₹85,000 – ₹1.25 लाख)

ये आंकड़े IDF की सामान्य सैलरी स्ट्रक्चर और मौजूदा मुद्रा विनिमय दर पर आधारित हैं.

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सैनिकों को मिलने वाले अन्य लाभ (Perks & Benefits)

इज़रायल में सैनिकों को सिर्फ सैलरी ही नहीं, बल्कि जीवन की मूलभूत ज़रूरतों से जुड़ी कई सुविधाएं भी मुफ्त दी जाती हैं:

  1. मुफ्त भोजन और आवास– सेना की बैरकों में सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण

  2. स्वास्थ्य सेवाएं– मुफ्त मेडिकल ट्रीटमेंट और हेल्थ इंश्योरेंस

  3. शिक्षा और विशेष प्रशिक्षण– तकनीकी, साइबर और लीडरशिप कोर्स के अवसर

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क्या इज़रायल की सेना में सिर्फ खूबसूरत लड़कियां भर्ती होती हैं?

यह एक बिलकुल गलत धारणा है, जो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है. हकीकत यह है कि आईडीएफ में भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह से योग्यता, शारीरिक फिटनेस, और मानसिक मजबूती पर आधारित होती है. खूबसूरती कभी भी कोई मानदंड नहीं रही है. इज़रायली सेना में हर जवान को कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है और वहां काम करने की क्षमता ही असली पहचान होती है.

सेना में महिलाओं को बराबरी का दर्जा

इज़रायली सेना में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं. टैंक ऑपरेशन, युद्ध रणनीति, टेक्निकल सपोर्ट और खुफिया जानकारी जैसे अहम रोल में भी महिलाएं सक्रिय हैं. उन्हें उच्च पदों पर प्रमोशन और पूरी इज्ज़त के साथ सेवा का मौका मिलता है.

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तकनीकी स्किल्स और कठोर ट्रेनिंग

कम उम्र से ही इजरायली लड़कियों को कठिन ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें फिजिकल स्ट्रेंथ, कंप्यूटर स्किल्स, साइबर सिक्योरिटी, इंजीनियरिंग और युद्ध की रणनीतियाँ शामिल होती हैं. वे हर मौसम और हर परिस्थिति में लड़ाई के लिए तैयार होती हैं.

महिला सैनिक बनीं प्रेरणा का स्रोत

इज़रायल की महिला सैनिक आज केवल अपने देश की शान ही नहीं, बल्कि दुनिया की लाखों लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं. उनका साहस, समर्पण और देशभक्ति इस बात का सबूत है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं.

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