Vastu Tips: घर के किस दिशा में रखना चाहिए फिश एक्वेरियम? जानिए क्‍या है इसका महत्व और नियम

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Fish Aquarium: वास्तु शास्त्र घर में सुख-समृद्धि, धन की कमी समेत सभी प्रकार की समस्‍याओं के उपाय बताए गए है. उन्‍ही उपायों में से एक है फिश एक्वेरियम का घर में रखना. दरअसल, कहा जाता है कि यदि फिश एक्वेरियम को घर में रखा जाए तो इससे घर का वातावरण सकारात्मक, शांतिपूर्ण और समृद्ध बना रहता है. फिश एक्वेरियम को शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है. ऐसे में यदि आप भी अपने घर में एक्वेरियम रखने की सोच रहे है, तो उसकी उचित दिशा और नियमों का आपको विशेष ध्यान देना होगा. ऐसे में चलिए जानते है कि क्‍या है फिश एक्वेरियम से जुडे नियम…

फिश एक्वेरियम का महत्व

  • नकारात्मक ऊर्जा का शमन: फिश एक्वेरियम में जल तत्व होता है, जो मानसिक तनाव को कम करता है. साथ ही घर की नकारात्मक ऊर्जा को भी खींच लेता है.
  • धन और समृद्धि में वृद्धि: एक्वेरियम में पानी और मछलियों की सक्रियता घर में लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती है. इससे घर में आर्थिक वृद्धि होती है.
  • शुभ संकेत: मछलियों की गति घर में गतिशीलता और विकास का प्रतीक होती है. यदि कोई मछली मर जाए, तो माना जाता है कि वह घर के किसी बड़े संकट को अपने ऊपर ले लेती है.
  • मन को शांत करने वाला: यह मन को शांति और एकाग्रता प्रदान करता है, जिससे परिवार में मानसिक संतुलन बना रहता है.

किस दिशा में रखें फिश एक्वेरियम

उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण): घर का उत्‍तर पूर्व दिशा सबसे शुभ दिशा मानी जाती है. इस दिशा में एक्वेरियम रखने से घर में मानसिक शांति, स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति होती है.

उत्तर दिशा: यह जल तत्व की दिशा होती है, यहां एक्वेरियम रखने से करियर और व्यवसाय में सफलता मिलती है.

किन दिशाओं में भूल की भी न रखें

दक्षिण दिशा: यह अग्नि तत्व की दिशा है. यहां जल तत्व (एक्वेरियम) रखने से तनाव, विवाद और आर्थिक हानि हो सकती है.

दक्षिण-पश्चिम दिशा: इस दिशा में एक्वेरियम रखने से घर का संतुलन बिगड़ सकता है और स्थायित्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

बेडरूम और रसोई में: यहां जल तत्व रखने से वैवाहिक जीवन में अशांति आ सकती है और स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है.

फिश एक्वेरियम रखने के महत्वपूर्ण नियम

  • मछलियों की संख्या: हमेशा मछलियों की संख्या विषम जैसे 7, 9 या 11 रखनी चाहिए. विशेषकर 8 गोल्डन फिश और 1 काली मछली शुभ मानी जाती हैं. कहा जाता है कि काली मछली नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करती है.
  • पानी साफ रखें: एक्वेरियम का पानी हमेशा साफ-सुथरा होना चाहिए. गंदा पानी नकारात्मक ऊर्जा फैलाता है.
  • मछलियों की करें देखभाल: बीमार या मृत मछलियों को तुरंत निकाल दें और नई मछली जोड़ें. वरना इसके उल्टे प्रभाव हो सकते हैं.
  • रोजाना करें दर्शन: बता दें कि एक्वेरियम को नियमित रूप से देखना शुभ माना जाता है, इससे मानसिक शांति मिलती है.
  • लाइटिंग रखें: वहीं, एक्वेरियम में हल्की नीली रोशनी शुभ मानी जाती है. यह जल तत्व को सक्रिय बनाए रखती है.

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