फिच रेटिंग्स ने अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का आउटलुक किया ‘स्टेबल’

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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फिच रेटिंग्स ने अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) का आउटलुक नेगेटिव से स्टेबल में बदल दिया है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अदाणी ग्रुप ने विभिन्न फंडिंग स्रोतों तक अपनी पहुंच सुनिश्चित की है. फिच ने अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के सीनियर सिक्योर्ड नोट्स और एईएसएल की सब्सिडियरी, अदाणी ट्रांसमिशन स्टेप-वन लिमिटेड द्वारा जारी एईएसएल-गारंटीड सीनियर सिक्योर्ड नोट्स पर बीबीबी- रेटिंग को बनाए रखा है.

एपीएसईजेड से जुड़े जोखिम बने हुए हैं कम

फिच का मानना है कि एपीएसईजेड से जुड़े जोखिम कम बने हुए हैं, जिसे स्टेबल आउटलुक से दर्शाया गया है. फिच का मानना है कि अदाणी ग्रुप ने बीते वर्ष नवंबर में अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के कुछ बोर्ड मेंबर्स को लेकर अमेरिका की ओर से लगे आरोपों के बावजूद अलग-अलग फंडिंग सोर्स तक अपनी पहुंच दर्ज करवाई है. अदाणी ग्रुप प्रोजेक्ट्स में लगातार निवेश कर रहा है, जिसके साथ वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में कैपेक्स में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

अदाणी ग्रुप ने रेगुलेटरी डिस्क्लोजर नियमों का नहीं किया उल्लंघन

इसके अलावा, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने सितंबर में यह स्पष्ट किया कि अदाणी ग्रुप ने रेगुलेटरी डिस्क्लोजर नियमों का उल्लंघन नहीं किया है और 2023 में आई शॉर्ट सेलर रिपोर्ट में लगाए गए किसी भी आरोप के अनुसार बाजार में हेर-फेर नहीं किया. फिच रेटिंग्स ने अपने नोट में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लिक्विडिटी और फंडिंग एपीएसईजेड की रेटिंग के अनुरूप बनी रहेगी. इसमें फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी इसके कैश फ्लो से समर्थित होगी, जो बंदरगाहों के मजबूत पोर्टफोलियो, कैपेक्स फ्लेक्सिबिलिटी और प्रदर्शित क्रेडिट मार्केट एक्सेस पर आधारित है.

नोट में आगे कहा गया है, हम फाइनेंशियल प्रोफाइल को एपीएसईजेड की बीबीबी- रेटिंग की तुलना में मजबूत मानते हैं, जो भारत की (बीबीबी-/स्टेबल) कंट्री सीलिंग बीबीबी- से सीमित है. एपीएसईजेड भौगोलिक रूप से अलग-अलग पोर्ट लोकेशन, एडवांस्ड इंटरमॉडल कनेक्टिविटी, ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर और बेस्ट-इन-क्लास ऑपरेशनल एफिशिएंसी से लाभान्वित होता है. इसके पास अलग-अलग तरह के कार्गो को संभालने के लिए एक व्यापक और एडवांस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से अपने लगभग आधे कार्गो के लिए हाई कस्टमर रिटेंशन है.

भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट ऑपरेटर है एपीएसईजेड

एपीएसईजेड भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट ऑपरेटर है. यह 15 ऑपरेशनल पोर्ट और टर्मिनल के जरिए भारत के समुद्री कार्गो का एक चौथाई हिस्सा संभाल रहा है, जिनमें से अधिकांश अपने-अपने क्षेत्रों में प्राइमरी पोर्ट के रूप में काम करते हैं. APSEZ के एडवांस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑपरेशनल एफिशिएंसी और इंटीग्रेटेड रेल लॉजिस्टिक्स ने मार्केट शेयर में बढ़त और थ्रूपुट ग्रोथ को बढ़ावा दिया है. फिच रेटिंग्स ने अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का आउटलुक भी नेगेटिव से रिवाइज कर स्टेबल कर दिया है और इसकी लॉन्ग-टर्म फॉरेन और लोकल-करेंसी इश्यूअर डिफॉल्ट रेटिंग्स को बीबीबी पर बनाए रखा है.

फिच का मानना ​​है कि अमेरिकी जांच से AESL और AEML के लिए जोखिम कम हो गया है, क्योंकि आरोपों के बाद से उन्होंने अलग-अलग फंडिंग सोर्स तक अपनी पहुंच दिखाई है. फिच के नोट के अनुसार, अदाणी ग्रुप की कंपनियों ने अलग-अलग ऑनशोर और ऑफशोर लेंडर्स से 24 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक जुटाने के बाद भी अमेरिका में आरोप लगने के बावजूद पर्याप्त फंडिंग तक पहुंच दिखाई है. AESL ने बीते वर्ष नवंबर से अपने कैपेक्स को फंड करने के लिए घरेलू बैंकों और रुपए बॉन्ड मार्केट से 1.6 बिलियन यूएस डॉलर और विदेशी बैंकों से 200 मिलियन यूएस डॉलर उधार लिए हैं.

रेगुलेटरी माहौल से मिलता है फायदा

एईएसएल और एईएमएल की क्रेडिट प्रोफाइल को एक स्थिर और अनुकूल रेगुलेटरी माहौल से फायदा मिलता है. एईएमएल के पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेगमेंट से रेवेन्यू और एईएसएल के कॉस्ट-प्लस टैरिफ फ्रेमवर्क एसेट्स से लॉन्ग-टर्म कैश फ्लो की निश्चितता और स्थिरता सुनिश्चित होती है. नोट में यह भी कहा गया कि एईएसएल के टैरिफ-बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग (टीबीसीबी) फ्रेमवर्क एसेट्स, पारंपरिक कॉस्ट-प्लस मॉडल की तुलना में कम सुरक्षा प्रदान करते हैं.

एईएसएल भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट-सेक्टर पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों में से एक है, जिसके पास 14 राज्यों में ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट हैं. एईएसएल के पास एईएमएल में 74.9% की हिस्सेदारी है। वहीं, एईएमएल मुंबई में 85% हिस्से को कवर करने वाली प्रमुख पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी है.

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