अमेरिका के साथ व्यापार समझौते में डेयरी आयात एक बड़ी अड़चन बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक भारत अपने डेयरी निर्यात में तेजी से इजाफा कर रहा है. FY15 में भारत के डेयरी निर्यात में लगभग 80% की वृद्धि दर्ज की गई. भारत का वैश्विक दूध उत्पादन में 24% से अधिक योगदान है, जिससे वह दुनिया का शीर्ष दूध उत्पादक बनता है. हालांकि, देश में दूध की उच्च घरेलू खपत की वजह से वैश्विक डेयरी व्यापार में भारत की हिस्सेदारी अभी भी सिर्फ 0.25% के आसपास है.
भारत का डेयरी निर्यात नई ऊँचाइयों पर
भारत ने वैश्विक डेयरी बाजार में एक महत्वपूर्ण निर्यातक बनने की दिशा में कदम तेज कर दिए हैं. FY24-25 (FY25) में भारत ने 113,350.4 मीट्रिक टन डेयरी उत्पादों का निर्यात किया, जिसकी कीमत करीब $492.9 मिलियन रही. यह पिछले साल की तुलना में मात्रा में 77.9% और मूल्य में 80.6% की वृद्धि को दर्शाता है. विशेष रूप से मक्खन और घी का निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.
FY24 के 27,837 टन के मुकाबले FY25 में यह बढ़कर 67,565 टन हो गया, यानी करीब 142% की वृद्धि. वहीं, दूध और मलाई की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है, हालांकि मक्खन और घी की तुलना में इसकी रफ्तार धीमी है. हालांकि, चुनौतियां भी बनी हुई हैं. दूध पाउडर का निर्यात FY25 में सिर्फ 9,700 टन रहा, जो वित्त वर्ष 2012 के 49,654 टन की तुलना में काफी कम है.
भारतीय डेयरी उत्पादों का निर्यात और उत्पादन लगातार बढ़ रहा है
भारत से किण्वित दूध जैसे उत्पादों के निर्यात में भी हाल के वर्षों में वृद्धि दर्ज की गई है. भारतीय दुग्ध उत्पादों के प्रमुख निर्यात गंतव्यों में संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, संयुक्त राज्य अमेरिका, सऊदी अरब और भूटान शामिल हैं. वहीं, घरेलू स्तर पर प्रमुख आयातक और वितरक संस्थानों में गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (अमूल), मदर डेयरी, पंजाब राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ, बिहार राज्य दुग्ध सहकारी महासंघ और ब्रिटानिया जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं.
इंड-रा के अनुमान के अनुसार, निकट से मध्यम अवधि में भारत का दूध उत्पादन सालाना लगभग 5% की दर से बढ़ेगा. FY25 में उत्पादन 251 मिलियन टन रहा है, जो FY26 में 263 मिलियन टन और FY27 में 277 मिलियन टन तक पहुँच सकता है. तुलना करें तो FY20 में यह आंकड़ा 198 मिलियन टन था. इसके साथ ही, FY27 तक भारत में प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता लगभग 4% बढ़कर 530 ग्राम प्रतिदिन तक पहुँचने की संभावना है.
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