महंगाई में कमी जारी रहने और भारतीय रिजर्व बैंक (Bank of India) से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ने के साथ भारतीय बॉन्ड मार्केट (Indian Bond Market) मजबूत प्रदर्शन दर्ज करवा रहा है. जेफरीज की एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. भारत में मुद्रास्फीति (Inflation) लगातार कम हो रही है. पिछले वित्त वर्ष में औसत मुद्रास्फीति 4.6% थी और अप्रैल 2025 में यह घटकर केवल 3.2% रह गई, जो जुलाई 2019 के बाद सबसे निचला स्तर है.
2025 के अंत तक 75 आधार अंकों की हो सकती है अतिरिक्त कटौती
इससे RBI को आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती करने में अधिक अवसर मिला है. अब तक, केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की है और जेफरीज ने 2025 के अंत तक 75 आधार अंकों की अतिरिक्त कटौती का अनुमान लगाया है. इससे खासकर लंबी अवधि के निवेशकों के लिए भारतीय सरकारी बॉन्ड (Indian Government Bonds) अधिक आकर्षक बन गया है.
वर्तमान में बेहतर रिटर्न दे रहे हैं भारतीय बॉन्ड
रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका (America) जैसे विकसित बाजारों के बॉन्ड की तुलना में, भारतीय बॉन्ड वर्तमान में बेहतर रिटर्न दे रहे हैं. अप्रैल 2020 से भारत के टेन-ईयर सरकारी बॉन्ड ने अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में अमेरिकी टेन-ईयर ट्रेजरी बॉन्ड की तुलना में 51% बेहतर प्रदर्शन किया है. जेफरीज ने कहा कि यह वास्तविकता नहीं रह गई है कि भारत के टेन-ईयर सरकारी बॉन्ड पर प्राप्ति अमेरिका के टेन-ईयर ट्रेजरी बॉन्ड से कम हो सकती है.
निवेशकों का बढ़ रहा भरोसा
भारतीय रुपए की मजबूती और उभरते बाजारों के बॉन्ड के बेहतर प्रदर्शन से भी निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है. जेफरीज द्वारा ट्रैक किए जाने वाले एक ग्लोबल सॉवरेन बॉन्ड पोर्टफोलियो में भारत का 15-ईयर बॉन्ड सबसे बड़ी होल्डिंग है, जो पोर्टफोलियो का 25% है. बॉन्ड पर वर्तमान में 6.38% का ब्याज मिल रहा है, जो भारत के फिक्स्ड इनकम मार्केट में निरंतर विश्वास को दर्शाता है, क्योंकि निवेशक जी-7 सरकारी ऋण से दूर जाने लगे हैं.
जी-7 सरकारी बॉन्ड की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहे भारतीय बॉन्ड
जेफरीज ने कहा, जी-7 सरकारी बॉन्ड की तुलना में भारतीय बॉन्ड बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, जो ट्रेडिशनल पावरहाउस जैसे यूएस और यूरोप से अलग ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में एक व्यापक बदलाव का संकेत हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई में गिरावट और वास्तविक ब्याज दरें आकर्षक होने के कारण भारत के बॉन्ड बाजार को घरेलू ब्याज दरों में कटौती और उभरते बाजारों के ऋण में बढ़ती वैश्विक रुचि दोनों से लाभ होने की उम्मीद है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जी-7 बॉन्ड की अस्थिरता से दूर जाने के इच्छुक इंटरनेशनल निवेशकों के लिए भारत एक आशाजनक विकल्प है, जो हाई यील्ड, स्थिर अर्थव्यवस्था और मुद्रा लाभ की संभावना प्रदान करता है.