UPI Payments: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI यूजर्स के लिए गुड न्यूज है. जल्द ही नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यूपीआई में बड़ा अपडेट करने जा रहा है, जिससे अब यूपीआई पेमेंट के लिए पिन डालने का झंझट नहीं रहेगा. अब यूपीआई यूजर्स फेस या फिंगरप्रिंट के जरिये पेमेंट्स कर पाएंगे. उद्योग के जानकारों ने इसकी पुष्टि की है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) UPI में बायोमेट्रिक अपडेट लाने की तैयारी कर रहा है. इसके बाद यूपीआई ट्रांजेक्शन में पिन की जरूरत ऑप्शनल हो जाएगा. यानी यूजर्स पिन का ऑप्शनल इस्तेमाल कर पाएंगे. पिन अनिवार्य नहीं होगा. उपयोगकर्ता बायोमेट्रिक से आसानी से पेमेंट कर पाएंगे.
धोखाधड़ी रोकने और सुरक्षा बढ़ाने की तैयारी
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यूपीआई में यह अपडेट जारी करने की तैयारी कर रहा है, जिससे सुरक्षा और सुविधा में वृद्धि होने की उम्मीद है. यह कदम पिन चोरी और धोखाधड़ी को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच उठाया गया है और ऐसे समय में उठाया गया है जब देश में 80 प्रतिशत से अधिक डिजिटल लेनदेन UPIके माध्यम से किए जाते हैं. सूत्रों ने पुष्टि की है कि एनपीसीआई, जो इस सुविधा पर काम कर रहा है. इसके बाद यूपीआई यूजर्स व्यक्तिगत पहचान संख्या (पिन) दर्ज करने के विकल्प के रूप में चेहरे की पहचान और उंगलियों के निशान जैसे बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल करके लेनदेन को प्रमाणित कर सकेंगे.
1 अगस्त से बदल जाएंगे UPI के नियम
बता दें कि 1 अगस्त 2025 से यूपीआई से जुड़े कई नियमों में परिवर्तन होने जा रहे हैं. अब बैंक बैलेंस चेक करने की सीमा फिक्स कर दी गई है. अब यूजर्स दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक कर पाएंगे, जबकि अभी तक कोई सीमा नहीं थी इससे सर्वर पर बढ़ते लोड को कम किया जाएगा.
ऑटो-पे रिक्वेस्ट अब केवल तय समय स्लॉट सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच, और रात 9:30 बजे के बाद ही प्रोसेस होंगे. इसके अलावा, फेल ट्रांजैक्शन की जानकारी अब पहले से तेजी से मिलेगी, और नया बैंक अकाउंट लिंक करने पर बैंक की ओर से भी कन्फर्मेशन जरूरी होगा, जिससे सुरक्षा और सत्यापन प्रक्रिया मजबूत होगी.
ये भी पढ़ें :- पांच वर्षों में 226% बढ़ा रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स का AUM, फोलियो में हुआ 18% का इजाफा