केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने मंगलवार को कहा कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग (Electronics Component Manufacturing) के विकास से इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा, सितंबर 2025 में स्मार्टफोन एक्सपोर्ट ने 1.8 अरब डॉलर का नया रिकॉर्ड बनाया.
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में ग्रोथ से हजारों नई नौकरियां होंगी पैदा
उन्होंने आगे कहा, भारत से निर्यात होने वाले सभी सामानों की लिस्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम अब तीसरे स्थान पर हैं. भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के बढ़ने से इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में ग्रोथ से हजारों नई नौकरियां पैदा होंगी. इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन की हालिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई थी कि भारत का स्मार्टफोन निर्यात बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में 95% बढ़कर 1.8 अरब डॉलर को पार कर गया है.
आईसीईए के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रू (Pankaj Mohindroo) ने निर्यात में हो रही इस लगातार बढ़ोतरी को लेकर कहा था कि यह प्रदर्शन दिखाता है कि भारत के मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम की नींव मजबूत हो रही है.
5,100 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां होंगी सृजित
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना (ईसीएमएस) के तहत 5,532 करोड़ रुपए की 7 परियोजनाओं के पहले चरण की मंजूरी की घोषणा की. योजना के तहत 36,559 करोड़ रुपए मूल्य के कलपुर्जों का उत्पादन होगा और 5,100 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होंगी. इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब मल्टी-लेयर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी), एचडीआई पीसीबी, कैमरा मॉड्यूल, कॉपर क्लैड लैमिनेट और पॉलीप्रोपाइलीन फिल्म्स भारत में ही बनाई जाएंगी.
ईसीएमएस को देशी और विदेशी दोनों कंपनियों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है। भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 1.15 लाख करोड़ रुपये का निवेश अब तक की सबसे बड़ी निवेश प्रतिबद्धता है. आज 5,532 करोड़ रुपये की सात परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है. इन परियोजनाओं से 36,559 करोड़ रुपये मूल्य के इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों का उत्पादन होगा और 5,100 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित होंगे.