UP News: लखीमपुर खीरी के गोला वन रेंज क्षेत्र में वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है. पिछले कई महीने से आंतक का पर्याय बनी बाघिन वन विभाग के चंगुल में फंस गई है. देवीपुर गांव के ग्रांट नंबर-3 में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में वह कैद हो गई है. यह बाघिन पिछले करीब 6 महीने से गांव के आसपास के क्षेत्रों में मवेशियों को अपना निवाला बना रही थी. ग्रामीणों में इसका खौफ था.
रंग लाई वन विभाग की टीम की मेहनत
बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने कई दिनों से सर्च ऑपरेशन चला रखा था और आखिरकार गुरुवार को बाघिन वन विभाग के फंदे में फंसते हुए पिंजरे में कैद हो गई. बाघिन के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है.
डीएफओ ने बताया
डीएफओ साउथ खीरी संजय बिश्वाल ने बताया कि वन विभाग की टीम ने बाघिन को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया था. उन्होंने बताया कि बाघिन के पकड़े जाने से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिली है.
लोगों ने वन विभाग का जताया आभार
कई मवेशियों को अपना निवाला बनाने वाली बाघिन के पकड़े जाने पर स्थानीय लोगों ने वन विभाग की टीम को धन्यवाद दिया है और कहा है कि बाघिन के पकड़े जाने से उनकी जान-माल की सुरक्षा बढ़ गई है. लोगों ने वन विभाग की टीम की मेहनत और प्रयासों की सराहना की है.
वन विभाग की टीम की सतर्कता
वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए विशेष पिंजरा लगाया था और टीम की सतर्कता के कारण ही बाघिन को पकड़ने में सफलता हासिल हुई. वन विभाग की टीम की इस सफलता से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है.
(रिपोर्ट, हर्ष गुप्ता)