Bihar Election: बिहार में विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा होने के बाद सियासी हलचल हिंलोरे मारने लगी है. प्रचार-प्रचार का दौर शुरु हो गया है. इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिहार दौरे पर आ रहे हैं. सीएम पटना से चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे. वह गुरुवार को दानापुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी रामकृपाल यादव के नामांकन में शामिल होने आ रहे हैं. इसके बाद वह चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री यहां के कार्यक्रम के बाद सहरसा जाएंगे.
वहीं बीजेपी प्रत्याशी व निवर्तमान विधायक डॉ. आलोक रंजन के नामंकन कार्यक्रम में शामिल होंगे. वहां भी सीएम योगी जनसभा को संबोधित करेंगे. प्रशासन ने मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किए हैं. पूरे दानापुर क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स की तैनात की गई है. ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष योजना बनाई गई है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो.
सीएम योगी के आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह
इधर, सीएम योगी के आगमन को लेकर पटना और सहरसा में बीजेपी कार्यकर्ताओं में काफी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर को भगवा झंडों और होर्डिंग्स से सजा दिया है. योगी आदित्यनाथ का यह चुनावी दौरा भाजपा के लिए एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को लगभग 11:00 बजे पटना पहुंचेंगे, जहां से वे सीधे दानापुर जाएंगे और एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. भाजपा के स्थानीय नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ का यह दौरा कार्यकर्ताओं में नया जोश भर देगा. भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि सीएम योगी का आगमन हमारे लिए गर्व की बात है. रामकृपाल यादव जैसे जमीनी नेता के समर्थन में उनका यहां आना चुनावी माहौल को और मजबूती देगा.
रामकृपाल को टक्कर देने के लिए रीतलाल यादव मैदान में
मालूम हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पाटलिपुत्र संसदीय सीट से रामकृपाल यादव को मैदान में उतारा था, लेकिन वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की उम्मीदवार मीसा भारती से हार गए थे. इस बार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने दानापुर सीट से एक बार फिर रामकृपाल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, रामकृपाल के खिलाफ राजद ने फिर से रीतलाल यादव को मौका दिया है. दानापुर से पिछले चुनाव में रीतलाल यादव ने भाजपा प्रत्याशी आशा सिन्हा को हराया था. इस बार बीजेपी ने आशा सिन्हा का टिकट काट दिया. इससे वह नाराज हो गईं और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. कुल मिलाकर बिहार में विधानसभा चुनाव में जीत का झंडा लहराने के लिए सभी पार्टियों ने ताकत झोंकनी शुरु कर दी है.