Mohammad Bakri Palestinian Actor Director: फलिस्तीनी डायरेक्टर और एक्टर मोहम्मद बकरी का 72 साल की उम्र में निधन हो गया है. इसी के साथ फिलिस्तीनी सिनेमा और रंगमंच की दुनिया से एक अहम आवाज खामोश हो गई है. वह अपनी फिल्मों और मंचीय प्रस्तुतियों के जरिए फिलिस्तीनी पहचान, पीड़ा और जटिलताओं को बेबाकी से सामने रखते थे. स्थानीय मीडिया के मुताबिक बुधवार को दिल और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्याओं के कारण उनका निधन हुआ.
जानकारी परिवार ने दी निधन की जानकारी
बकरी ने अरबी और हिब्रू दोनों भाषाओं में काम किया. उनके निधन की जानकारी परिवार ने दी. मोहम्मद बकरी को जेनिन, जेनिन के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रियता मिली जो साल 2003 की एक डॉक्यूमेंट्री थी. इसे उन्होंने डायरेक्ट किया था. इस डॉक्यूमेंट्री पर इजरायल ने बैन लगा दिया था. हालांकि, इजरायली कलाकारों के साथ उनके सहयोग को लेकर उन्हें फिलिस्तीनी समाज के भीतर भी आलोचना झेलनी पड़ी.
दो दशकों तक कानूनी लड़ाइयों का करना पड़ा सामना
जेनिन, जेनिन के बाद बकरी को इजरायल में लगभग दो दशकों तक कानूनी लड़ाइयों का सामना करना पड़ा. 2022 में इजरायल के सुप्रीम कोर्ट ने इस डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध को बरकरार रखते हुए कहा कि इससे इजरायली सैनिकों की मानहानि होती है और बकरी को एक सैन्य अधिकारी को हर्जाना देने का आदेश दिया. इस फिल्म के बाद बकरी इजरायल में एक विवादास्पद चेहरा बन गए और उन्होंने मुख्यधारा के इजरायली सिनेमा से दूरी बना ली. हालांकि तमाम दबावों के बावजूद वह अपने विचारों के प्रति ईमानदार रहे और उनकी आवाज कभी बदली नहीं.
एक फिलिस्तीनी परिवार की कहानी पर आधारित ड्रामा
एक्टर-डायरेक्टर बकरी ने साल 2025 की फिल्म ऑल दैट्स लेफ्ट ऑफ यू में भी काम किया जो एक फिलिस्तीनी परिवार की कहानी पर आधारित ड्रामा है. इसमें उनके बेटे एडम और सालेह बकरी ने भी काम किया जो खुद भी एक्टर हैं. इस फिल्म को एकेडमी अवॉर्ड्स ने बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म के लिए शॉर्टलिस्ट किया है. पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई ऐसी फिल्में बनाईं जो फिलिस्तीनी लोगों के अनुभवों के अलग-अलग पहलुओं को दिखाती हैं.
इस्राइल के नेशनल थिएटर में काम करना भी शामिल
उन्होंने हिब्रू में भी एक्टिंग की जिसमें तेल अवीव में इस्राइल के नेशनल थिएटर में काम करना भी शामिल है. वे 1980 और 1990 के दशक में कई मशहूर इस्राइली फिल्मों में भी नजर आए. उन्होंने तेल अवीव यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. बकरी ने फिल्म और थिएटर दोनों में काम किया था. साल 1986 में उनका सबसे मशहूर वन-मैन-शो द पेसोप्टिमिस्ट फलिस्तीनी लेखक एमिल हबीबी की लेखनी पर आधारित था, जिसमें ऐसे व्यक्ति की जटिलताओं और भावनाओं को केंद्रित किया गया था.
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