Honey Benefits: पिंपल्स या झुर्रियों की समस्या झट से होगी दूर, चेहरे पर शहद लगाने से मिलेंगे अनगिनत फायदे

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Honey Benefits: बरसात का मौसम आते ही वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे हमारी स्किन चिपचिपी हो जाती है. कभी-कभी त्वचा ड्राई भी लगने लगती है, और सबसे बड़ी परेशानी होती है पिंपल्स, दाने या फंगल इंफेक्शन की. ऐसे में अगर आप अपनी त्वचा की सही देखभाल नहीं करें, तो चमकदार और हेल्दी स्किन सिर्फ सपना बनकर रह जाती है. लेकिन अच्छी बात यह है कि घर पर ही मौजूद एक बेहद साधारण चीज ‘शहद’ आपकी त्वचा की सुरक्षा और खूबसूरती दोनों को बनाए रखने में काफी मदद कर सकता है.

शहद में मोजूद होते हैं ये पोषक तत्व

अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, शहद गाढ़ा, मीठा तरल होता है जो मुख्य रूप से फ्रक्टोज और ग्लूकोज नाम की प्राकृतिक शर्करा से बना होता है. इसके अलावा इसमें प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन्स, एंजाइम्स, मिनरल्स और कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं. लोग सदियों से त्वचा की देखभाल में इसका इस्तेमाल करते आए हैं. शहद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण इसे मानसून स्किनकेयर के लिए परफेक्ट बनाते हैं. शहद लगाने से त्वचा के रोमछिद्र साफ रहते हैं, जिससे मुंहासे और फोड़े-फुंसी नहीं होते. इसमें मौजूद एक एंजाइम हाइड्रोजन पेरॉक्साइड छोड़ता है, जो कीटाणुओं को मारता है.

त्वचा संबंधिक ये समस्याएं होंगी दूर

मानसून में अक्सर घाव या फंगल इंफेक्शन हो जाते हैं, खासकर पैरों और शरीर के गीले हिस्सों में. ऐसे में शहद को सीधे घाव या जली हुई त्वचा पर लगाने से घाव जल्दी भरता है और सूजन भी कम होती है. शहद को पिटीरायसिस, टीनिया, सेबोरिया, डैंड्रफ, डायपर रैश, सोरायसिस, बवासीर और एनल फिशर जैसी समस्याओं के इलाज में भी प्रयोग किया गया है. सौंदर्य प्रसाधनों (कॉस्मेटिक्स) में शहद का इस्तेमाल बहुत आम है. शहद एक बेहतरीन एमोलिएंट (त्वचा को नरम करने वाला), ह्यूमेक्टेंट (नमी बनाए रखने वाला), आरामदायक और हेयर कंडीशनर है. ये त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है, झुर्रियों को कम करता है और त्वचा का पीएच संतुलन बनाए रखता है, जिससे त्वचा बीमारियों से सुरक्षित रहती है.

कैसे काम करता है शहद

अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, शहद (Honey Benefits) का काम इस बात पर भी निर्भर करता है कि वह किस पौधे या फूल से प्राप्त हुआ है. अलग-अलग प्रकार के शहद में अलग तरह के एंटीऑक्सीडेंट, साइटोकाइन्स का निर्माण और मैट्रिक्स मेटालोप्रोटीन एंजाइम्स के प्रभाव देखने को मिलते हैं. ये सभी तत्व मिलकर त्वचा की मरम्मत करते हैं और घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करते हैं, खासकर जब त्वचा पर चोट या संक्रमण हो. यानी शहद न केवल सौंदर्य के क्षेत्र में, बल्कि चिकित्सा में भी और अधिक उपयोगी है.

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