Multani Mitti : सर्दियों के दिनों में त्वचा की देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी को पुराना और सबसे बेहतरीन घरेलू नुस्खा माना जाता है. बता दें कि गर्मी और नमी वाले मौसम में, यह तेल को सोखने और त्वचा को ठंडक देने के लिए बेहद लोकप्रिय है. लेकिन वहीं जब बात ठंड की आती है, तो अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता होगा कि क्या शुष्क मौसम में भी मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल सही है? कहीं इसका इस्तेमाल चेहरे की नमी छीनकर उसे और रूखा तो नहीं बना देगी.
ठंड के मौसम में मुल्तानी मिट्टी कब लगाएं और कब नहीं?
- प्राप्त जानकारी के अनुसार मुल्तानी मिट्टी की प्रकृति सूखाने वाली होती है. क्योंकि यह चेहरे से एक्स्ट्रा तेल और गंदगी को हटाती है. माना जाता है कि जिन लोगों की त्वचा ऑयली होती है या जिन्हें मुहांसे की समस्या है, तो बता दें कि यह उनके लिए भी काफी फायदेमंद है.
- ऐसे में अगर आपकी स्किन पहले से ही ड्राई है, तो आप मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल न करें. क्योंकि यह मिटटी ड्राई स्किन पर नमी को कम कर सकती है, जिससे चेहरा खींचा-खींचा निशान दिखने लगेंगे और साथ ही रूखापन भी महसूस हो सकता है.
मुल्तानी मिट्टी इस्तेमाल करने का सही तरीका
- दूध या दही के साथ:जानकारी के मुताबिक, पानी या गुलाब जल की जगह, इसे कच्चे दूध, दही, या मलाई के साथ मिलाएं. बता दें कि दूध और दही में प्राकृतिक वसा (fat) और लैक्टिक एसिड होता है जो त्वचा को नमी देगा और रूखेपन से बचाएगा.
- शहद और तेल:ऐसे में मुल्तानी मिट्टी के पैक में 1 चम्मच शहद या कुछ बूंदें बादाम/जैतून के तेलकी मिलाएं. कहा जाता है कि यह नमी को लॉक करेगा साथ ही त्वचा को पोषण देगा. जिससे पैक का रूखापन संतुलित होगा.
इन बातों का रखें ध्यान
- बता दें कि ठंड के मौसम में मुल्तानी मिट्टी के पैक को पूरी तरह से कड़क न होने दें. इसके साथ ही जब यह केवल आधा सूखा रह जाए तभी धो लें. क्योंकि इसमें स्किन में नमी बनी रहेगी.
- सबसे महत्वपूर्ण बात ठंड में मुल्तानी मिट्टी का उपयोग केवल हफ्ते में एक बार करें और साथ ही इसे 10 मिनट से ज़्यादा चेहरे पर न रखें. इसके बाद पैक धोने के तुरंत बाद चेहरे पर मॉइस्चराइज़र लगाएं.
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