Covid-19 case: दुनिया में तबाही मचा चुका कोविड-19 एक बार फिर से पैर पसारने लगा है. इस दौरान भारत में भी कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक हफ्ते में देश में कुल 58 नए कोविड-19 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में 46 केस दर्ज किया गया है.
कोरोना के ये ताजे आंकड़े स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर जारी किए गए हैं. कोरोना के इन नए मामलों को लेकर देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 93 तक पहुंच गई है. भले ही यह संख्या कम है, लेकिन यह ऐसे समय में आई है जब देश में कोरोना टेस्ट की संख्या में भारी गिरावट आई है. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ी हुई है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से की ये अपील
उनका कहना है कि कई ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जिन्हें कोरोना जैसे लक्षण हैं, फिर भी उन्हें टेस्ट की सलाह नहीं दी जा रही है. इस दौरान डॉक्टरों और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से न घबराने और सतर्क रहने की अपील की है. वर्तमान में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 5% से कम है, जबकि साल 2021 में यह आंकड़ा 20% से ज्यादा था. यानी बीमारी का वर्तमान स्वरूप अभी अपेक्षाकृत हल्का है.
विदेशों से भी मिल रहे चिंता के संकेत
बता के कोरोना के मामलों में वृद्धि केवल भारत ही नहीं बल्कि हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में भी देखे गए है. सिंगापुर में मरीजों की संख्या मई के पहले सप्ताह में 28% बढ़कर 14,200 तक पहुंच गई. इसके अलावा, हांगकांग में भी जांच दर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
संयुक्त राष्ट्र कोरोना टास्क फोर्स की रणनीतिकार सबाइन कापसी ने बताया कि भारत की स्थिति अभी स्थिर है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि कई राज्यों में मामले इस वजह से भी कम है क्योंकि वहां जांच सीमित हो गई है और तमिलनाडु, केरल जैसे राज्यों में टेस्टिंग ज्यादा होने की वजह से वहां केस ज्यादा रिपोर्ट हो रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की सावधानी संबंधी गाइडलाइन
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सलाह दी है कि लोग नियमित रूप से हाथ धोएं, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, खांसते-छीकते समय मुंह ढकें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. हालांकि अभी केंद्र सरकार की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है, लेकिन राज्य सरकारों को सतर्क रहने को कहा गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भले ही देश में अभी कोरोना के मामले कम है, लेकिन कोरोना अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में सावधानी बरतना ही सबसे बड़ा बचाव है.
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