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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
ईद 2025 से पहले ही जम्मू-कश्मीर के सैकड़ों घरों में जश्न का माहौल है. गुरुवार को श्रीनगर स्थित जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री रेजिमेंट सेंटर में आयोजित पासिंग आउट परेड में 326 युवा अग्निवीर सैनिक बने हैं. इस भावुक पल में जहां युवाओं की आंखों में भविष्य की चमक थी, वहीं माता-पिता की आंखें गर्व और संतोष के आंसुओं से नम थीं. 31 हफ्तों की कठिन शारीरिक, मानसिक और सामरिक प्रशिक्षण के बाद ये युवा सिपाही अब देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार हैं. परेड में शामिल हर कदम संघर्ष, अनुशासन और देशभक्ति की एक कहानी कह रहा था. समारोह में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, प्रशिक्षक और सैनिकों के परिवारजन उपस्थित रहे.
अग्निवीर सैनिक बनकर क्या बोले युवा?
एक अग्निवीर ने गर्व से कहा, “मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. यह 31 हफ्तों की कड़ी मेहनत थी. सात महीने बाद माता-पिता से मिलना बहुत खास रहा.” वहीं एक अन्य नव-नियुक्त जवान ने कहा, “मैंने भर्ती के लिए बहुत मेहनत की। अब घर लौट रहा हूं. बाकी युवाओं को भी सेना में आना चाहिए. एक और अग्निवीर ने दृढ़ स्वर में कहा, “ट्रेनिंग बहुत कठिन थी, लेकिन अब मैं गर्व महसूस कर रहा हूं. हम देश की रक्षा करेंगे और मुझे देश के किसी भी कोने में तैनात किया जाए, मैं तैयार हूं.”
भावुक नजर आए परिजन
इस दौरान परिजन भी भावुक नजर आए. एक पिता ने कहा, “आज का दिन मेरे लिए बेहद खुशी का है. हमारे बेटे अब फौज का हिस्सा हैं. युवाओं को पढ़ाई पूरी करने के बाद घर बैठने की बजाय कुछ करना चाहिए. यह प्रतिस्पर्धा का दौर है. ईद आ रही है और हमारे लिए अब दो ईद होंगी.”कुपवाड़ा से आए एक अन्य अभिभावक ने कहा, “हम बेहद खुश हैं कि हमारा बेटा आज पास आउट हो रहा है. इस खुशी को देखने हम यहां आए हैं. देश में बेरोजगारी है, लेकिन सेना एक बेहतर विकल्प है, जो न सिर्फ रोजगार देता है, बल्कि देश की सेवा का अवसर भी देती है.