पीएम मोदी ने ऊर्जा सुरक्षा को लेकर 4A सिद्धांतों पर दिया जोर, कहा- कौशल बढ़ाने के लिए एआई जरूरी

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G7 Canada : पीएम मोदी ने जी7 आउटरीच सत्र को संबोधित किया. इस सत्र का विषय था – ‘ऊर्जा सुरक्षा: विविधता, तकनीक और बुनियादी ढांचा ताकि बदलती दुनिया में पहुंच और वहन क्षमता सुनिश्चित की जा सके.’  ऐसे में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का तकनीक के प्रति दृष्टिकोण मानवीय केंद्रित है. पीएम मोदी ने ऊर्जा सुरक्षा को लेकर भारत के 4A  सिद्धांतों पर जोर दिया.

कार्नी को आमंत्रण के लिए दिया धन्यवाद

इस दौरान आमंत्रण के लिए पीएम मोदी ने अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी को धन्यवाद दिया और जी7 समूह को उसकी 50वीं वर्षगांठ पर बधाई दी. उन्‍होंने अपने संबोधन में कहा कि ऊर्जा सुरक्षा आने वाली पीढ़ियों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है.

समावेशी विकास चार सिद्धांतों पर आधारित

जानकारी के मुताबिक, विदेश मंत्रालय का कहना है कि पीएम मोदी ने 4A दृष्टिकोण विस्तार से बताते हुए कहा कि भारत का समावेशी विकास की प्रतिबद्धता उपलब्धता पहुंच  वहनीयता और स्वीकार्यता जैसे चार सिद्धांतों पर आधारित है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भले ही भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन उसने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले ही पूरा कर लिया है.

पीएम मोदी ने नई तकनीकियों का किया जिक्र

बता दें कि देश के बढ़ते विकास को लेकर सम्मेलन में पीएम मोदी ने नई तकनीकों से जुड़ी चुनौतियों का भी जिक्र किया. ऐसे में पीएम मोदी ने तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऊर्जा के आपसी संबंधों पर बात की. इस नई तकनीकि को लेकर उनका कहना है कि एआई  कौशल और नवाचार बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन चुका है,  इसलिए यह जरूरी है कि हम इसे स्वच्छ और हरित तरीकों से टिकाऊ बनाएं.

एआई वैश्विक शासन का अहम मुद्दा

ऐसे में उन्‍होंने भारत के मानव केंद्रित तकनीकी दृष्टिकोण पर जोर देते हुए कहा कि आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के बाद ही तकनीक प्रभावी होती है, उनका मानना है कि एआई से जुड़ा वैश्विक शासन (गवर्नेंस) एक अहम मुद्दा है, जिसे हल करना जरूरी है,  इस दौरान विदेश मंत्रालय के बयान में जारी किया गया कि वर्तमान समय में एआई का महत्वपूर्ण खनिजों की सुरक्षित और लचीली आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) होना जरूरी है.

देश के विकास के लिए मिलकर काम करना होगा

जानकारी के मुताबिक, नई तकनीकि के मामले में पीएम मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए दुनिया में देशों को मिलकर काम करना होगा और इसके लिए लोगों को प्रगति के केंद्र में रखना होगा. पीएम मोदी ने दुनिया के सामने भारत की हरित और टिकाऊ भविष्य की प्रतिबद्धता को लेकर कहा कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदा-रोधी बुनियादी ढांचा गठबंधन जैसी कई वैश्विक पहलें शुरू की हैं. इस दौरान उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इन पहलों को और मजबूत करने की अपील की.

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