Indigo Crisis: इंडिगो के चार अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए डीजीसीए ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है. ये चारो अधिकारी फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों के पद पर तैनात थे. डीजीसीए ने इन्हें सुरक्षा एवं परिचालन अनुपालन के लिए जिम्मेदार मानते हुए ये कार्रवाई की है. इन अधिकारियों पर सेफ्टी और नियमों की अनदेखी का आरोप है.
डीजीसीए ने गुरुवार से इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन, रिफंड और दूसरी प्रक्रियाओं पर नजर रखने के लिए एयरलाइन के मुख्यालय से निगरानी शुरू कर दी है. अब डीजीसीए के अधिकारी रोज रिपोर्ट पेश करेंगे.
इंडिगो हाल ही में पायलट और क्रू मेंबर की ड्यूटी से जुड़े नियमों का पालन करने में विफल रहा था. इस कारण तमाम फ्लाइट कैंसिल हुई. इस दौरान यात्रियों को को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इससे टूरिज्म सेक्टर को भी करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ था.
इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स DGCA के सामने पेश होंगे
शुक्रवार को इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स डीजीसीए के सामने पेश होंगे. डीजीसीए ने संयुक्त महानिदेशक संजय ब्रह्मणे, उप महानिदेशक अमित गुप्ता, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कपिल मंगलिक और लोकेश रामपाल सहित चार सदस्यीय पैनल का गठन किया था, जिसे घरेलू एयरलाइन में व्यापक परिचालन व्यवधानों के मूल कारणों की पहचान करने का दायित्व सौंपा गया था. डीजीसीए कार्यालय के दो अधिकारियों, एक वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी और एक उप निदेशक को इंडिगो के कॉरपोरेट कार्यालय में तैनात किया गया है, ताकि घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के रद्द होने पर धन वापसी की स्थिति, समय पर प्रदर्शन, नागर विमानन आवश्यकताओं के अनुसार यात्रियों को मुआवजा एवं सामान वापसी की निगरानी की जा सके.
इंडिगो हजारों फ्लाइट कर चुका है रद्द
डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी 11 घरेलू एयरपोर्ट पर इंडिगो के संचालन का आकलन करने के लिए तत्काल मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे. अगले दो से तीन दिन में सभी नियुक्त अधिकारी अपने-अपने हवाई अड्डों का दौरा करेंगे और अपने दौरे के 24 घंटों के अंदर नई दिल्ली स्थित डीजीसीए के उड़ान सुरक्षा विभाग के संचालन निदेशक को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.
इंडिगो ने कड़े सुरक्षा नियमों की योजना बनाने में विफल रहने के कारण देशभर में पिछले सप्ताह से हजारों फ्लाइट रद्द की हैं. रद्द फ्लाइट की संख्या 5 दिसंबर को चरम पर थी और उसके बाद से इसमें कमी आई है. विमानन कंपनी ने मंगलवार को कहा था कि उसका परिचालन स्थिर हो गया है और सामान्य स्तर पर लौट आया है.