Niraj Samman Samaroh 2025: महाकवि गोपाल दास ‘नीरज’ की 7वीं पुण्यतिथि पर ‘निरंतर नीरज सम्मान समारोह 2025’ का आयोजन किया गया. इस विशेष कार्यक्रम में गोपाल दास ‘नीरज’ की साहित्यिक विरासत को नमन करते हुए कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की. भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ उपेन्द्र राय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की. उनकी पत्नी डॉ. रचना राय ने भी दीप प्रज्ज्वलित कर इस शुभ अवसर में सहभागिता निभाई.
दिग्गज कवियों और गीतकारों की मौजूदगी
‘निरंतर नीरज सम्मान समारोह 2025’ के दौरान प्रसून जोशी (कवि, गीतकार और मैककैन वर्ल्ड ग्रुप इंडिया के सीईओ), समीर अनजान (गीतकार), बोनी कपूर (फिल्म निर्माता), विनीत सिंह (गायक और सारेगामापा सिंगिंग सुपरस्टार रनरअप), मुरली मनोहर जोशी (भाजपा नेता) सहित कई अन्य नामचीन हस्तियां उपस्थित रहीं.
कवि अफजल ने गोपाल दास ‘नीरज’ को याद करते हुए कविता पाठ किया, जिसमें उन्होंने कहा, “आओ करते हैं बात नीरज की, आज है रात नीरज की, ये सब है उपेंद्र जी का कमाल, जो बिछी है बिसात नीरज की.” इस दौरान नीरज के बड़े सुपुत्र शशांक प्रभाकर ने भी अपने पिता की कविताओं का पाठ किया, जो कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा.
‘नीरज’ जी की साहित्यिक विरासत को सम्मान
महाकवि गोपाल दास ‘नीरज’ की साहित्यिक योगदान को याद करते हुए इस समारोह में उनकी कविताओं और गीतों का गायन किया गया. प्रसून जोशी और समीर अनजान ने अपने अनुभव साझा करते हुए नीरज के साहित्य के प्रभाव को रेखांकित किया. विनीत सिंह ने अपनी मधुर आवाज में नीरज के प्रसिद्ध गीत प्रस्तुत किए, जिसने दर्शकों को भावुक कर दिया. इस अवसर पर हिंदी अकादमी दिल्ली के सचिव संजय गर्ग और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी बात रखी.

कवियों की कविताओं पर खूब बजीं तालियां
‘निरंतर नीरज सम्मान समारोह’ के दौरान देशभर के प्रसिद्ध कवि और गीतकारों ने प्रस्तुति दी. उनके प्रस्तुति पर श्रोतागणों को भरपूर आनंद आया. भारत एक्सप्रेस के CMD उपेन्द्र राय (Upendrra Rai) ने अपने संबोधन में महाकवि गोपाल दास ‘नीरज’ की विरासत को जीवित रखने के लिए इस समारोह को आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने कहा कि ‘यह सम्मान समारोह हर साल आयोजित होगा, ताकि नई पीढ़ी को महाकवि गोपाल दास ‘नीरज’ जी के साहित्य से परिचित कराया जा सके.’ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया पर भी किया गया, जिसमें दर्शकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
⊂ समारोह की झलकियां ⊃
‘निरंतर नीरज सम्मान समारोह’ ने न केवल महाकवि गोपाल दास ‘नीरज’ की स्मृति को जीवंत रखा, बल्कि साहित्य और कला के प्रति समर्पण को भी दर्शाया. इस आयोजन ने हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भविष्य में भी इसकी निरंतरता की उम्मीद जगाई.