Ghazipur Literature Festival 2025: गाजीपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आखिरी दिन भारत एक्सप्रेस के सीएमडी एवं एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने लोगों के जीवन में पुस्तकों की अहमियत पर प्रकाश डाला. उन्होंने अपनी जिंदगी की अनकही कहानियां, किताबों की सीख और माता-पिता के संस्कारों का जिक्र कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम और सैन्य पराक्रम में गाजीपुर जिले की भूमिका पर डॉ आनंद प्रधान, समीर चटर्जी, मनोज राय और अभिनव अरुण के साथ संवाद किया. महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और भारतीय चेतना पर अपने विचार साझा किए.
स्वतंत्रता संग्राम और सैन्य पराक्रम में गाजीपुर की भूमिका पर डॉ आनंद प्रधान, समीर चटर्जी, मनोज राय और अभिनव अरुण के साथ संवाद LIVE #GhazipurLiteratureFestival #GhazipurLitFest #Varanasi #UttarPradesh #Ghazipur@narendramodi @myogiadityanath @viveksatyamitra@PoojaPriyam_…
— Upendrra Rai (@UpendrraRai) November 9, 2025
गाजीपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान पुस्तक मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें भारत एक्सप्रेस के सीएमडी एवं एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय, भारत एक्सप्रेस के सीईओ वरुण कोहली, भारत एक्सप्रेस की सोशल मीडिया हेड पूजा चौबे एवं भारत एक्सप्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने शिरकत की. इस पुस्तक मेले ने यह साबित किया कि साहित्य सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है बल्कि यह समाज, संस्कृति और आजादी के मूल्यों पर गहन संवाद का माध्यम है.
भारत एक्सप्रेस के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय के विचारों ने यह स्पष्ट किया कि आजादी का असली अर्थ आत्मिक और सामाजिक स्वतंत्रता है. महावीर और बुद्ध की शिक्षाओं से लेकर गांधी और मंडेला के संघर्ष तक, यह फेस्टिवल भारतीय चेतना की गहराई और आधुनिक जीवन मूल्यों की सार्थकता को उजागर करता है.
