स्वास्थ्य सेवाओं के हब के रूप में भी उभर रही धर्म-अध्यात्म की नगरी काशी

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
धर्म और अध्यात्म की नगरी वाराणसी अब स्वास्थ्य सेवाओं के हब के रूप में भी तेजी से उभर रही है। योगी सरकार द्वारा हाल के वर्षों में, गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास करना और अब अस्पतालों के लिए बड़े निवेश को आकर्षित करना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि काशी अब सिर्फ पर्यटन और संस्कृति का केंद्र नहीं, बल्कि बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का भी पर्याय बनने की ओर अग्रसर है। आने वाले  समय में काशी चिकित्सा पर्यटन (मेडिकल टूरिज्म) के रूप में भी जाना जाएगा। वाराणसी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिये आये प्रस्ताव में 902 करोड़ के तीन बड़े अस्पताल पूर्वांचल के लोगों को स्वस्थ रखेंगे।
पूर्वांचल के लोगों को पहले जहां गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता था, वहीं अब जल्द ही स्थानीय स्तर पर विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह बदलाव निजी क्षेत्र के अस्पतालों के बड़े निवेश और सरकार की स्वास्थ्य नीतियों के सम्मलित प्रयासों का परिणाम है। जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र के सहायक आयुक्त विनोद वर्मा ने बताया कि 400 बेड का अपोलो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, बड़ालालपुर में और रीजेंसी हॉस्पिटल धनेसरी पिंडरा में प्रस्तावित है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की प्रक्रिया जारी है। श्री वेदम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ऑपरेशनल है। तीनों हॉस्पिटलों से लगभग 3518 लोगों को रोजगार मिलना संभावित है। तीनों प्रोजेक्ट की लागत लगभग 902 करोड़ है।

आसपास के राज्यों से आते हैं मरीज

पूर्वांचल का गेटवे  कहे जाने वाले वाराणसी की भौगोलिक स्थिति, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए यहां स्वास्थ्य पर्यटन (मेडिकल टूरिज्म)  की भी अपार संभावनाएं हैं। बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ-साथ नेपाल जैसे पड़ोसी देशों से भी मरीज बेहतर इलाज के लिए वाराणसी आते रहे हैं। इस निवेश से न केवल मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए स्थानीय स्तर पर काम करने के अवसर बढ़ेंगे। वाराणसी में स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ता निवेश और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए उपलब्ध होती अत्याधुनिक सुविधाएं, काशी के समग्र विकास का महत्वपूर्ण पहलू हैं। यह न केवल स्थानीय आबादी के लिए बड़ी राहत है, बल्कि शहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगा।

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में तीन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट

 1-अपोलो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
  स्थान -बड़ालालपुर
  बेड – लगभग 400
  लागत -लगभग 600 करोड़
 अनुमानित रोजगार -2000+
स्थिति-भूमि अधिग्रहण पूर्ण, आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की प्रक्रिया जारी।
2 -रीजेंसी हॉस्पिटल
  स्थान धनेसरी ,पिंडरा
 क्षमता – लगभग 300 बेड
  लागत: 300 करोड़
 अनुमानित रोजगार -1500 +
स्थिति: भूमि अधिग्रहण पूर्ण, आवश्यक NOC प्रक्रियाधीन।
3 – श्री वेदम  हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर
   लागत 2 करोड़
  अनुमानित रोजगार -18+
 स्थिति: अस्पताल अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

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