जयपुर: जयपुर-जोधपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में सवार यात्रियों में शोर-शराबा के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब राजस्थान के नागौर जिले से गुजर रही जयपुर-जोधपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन से अचानक धुआं उठने लगा. चालक ने सूझबूझ...
जयपुरः राजस्थान से बड़ी खबर सामने आई है. यहां एक गुरुवार को एक होटल में आग लग गई. बताया जा रहा है कि यह होटल अजमेर के डिग्गी बाजार इलाके में स्थित है. आग की इस घटना में चार...
राजस्थान में जैसलमेर के पोकरण में 1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता 100 मेक इन इंडिया मोडूलर द्वारा निर्मित सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी द्वारा राजस्थान के...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, मानव में दोष होते हैं- जीवन तो प्रभु का प्रसाद है, प्रभु का वरदान है। एक संत का जन्मदिन था, तब संत ने भक्तों से कहा कि- आज मेरा...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, दुःख में छिपा सुख- एक अति धनवान व्यक्ति था। युवा एवं सुन्दर शरीर उसके लिये गौरव का विषय था। अचानक वह बीमार हो गया। मृत्यु द्वार पर दस्तक देने...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, मनुष्य को अपने द्वारा अपना उद्धार करना चाहिए-श्रीमद्भगवत गीता में आया है कि मनुष्य को अपने द्वारा अपना उद्धार करना चाहिए। उद्धार करने का अर्थ है ऊंचा उठना। ऊंचा...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, शान्ति कैसे? हम बड़ी-बड़ी कोठी बना लेते हैं, अच्छे-अच्छे फर्नीचर बना लेते हैं, सोफासेट होता है, टी-सेट होता है, सब कुछ सेट होता है लेकिन व्यक्ति खुद अपसेट होता...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, हमें केवल भगवान् की कृपा को ही देखना चाहिए-जो वस्तु अन्तःकरण से प्राप्त होती है, उसकी प्राप्ति के लिये अन्तःकरण शुद्ध करने की आवश्यकता है। परन्तु परमात्मा की प्राप्ति...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, भगवान कृष्ण को पूर्णावतार कहा है- भगवान् कृष्ण का बहुआयामी व्यक्तित्व है और हर आयामों में कृष्ण पूर्ण हैं। आप देखिए दूसरे अवतारों ने जो कुछ किया है सब...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, जब-जब मन चंचल होवे भगवान के नामामृत और कथामृत का पान करो। कथा में बाधा आवे तो समझो कि अपने पाप अधिक हैं। वृथा बोलने के समान कोई पाप...