MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी, में एक दुखद और रहस्यमयी घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। रक्षाबंधन के पवित्र अवसर पर अपने भाई से मिलने कटनी जा रही 28 वर्षीय अर्चना तिवारी नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। अर्चना इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही थीं. यह मामला रेलवे पुलिस की जांच में है और उनकी तलाश जारी है.
कैसे और कब हुआ हादसा?
अर्चना तिवारी नर्मदा एक्सप्रेस के बी-3 कोच में बर्थ नंबर 3 पर सफर कर रही थीं. कटनी पहुंचने पर परिजनों ने देखा कि उनकी बर्थ खाली थी, लेकिन उनका सामान और राखी वहीं मौजूद थी. परिजनों ने तुरंत जीआरपी कटनी को सूचना दी और रेल मदद पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई.
जीआरपी प्रभारी अनिल मरावी ने बताया कि अर्चना की अंतिम बातचीत उनकी मां से गुरुवार (7 अगस्त) रात 10:16 बजे हुई थी. इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया. मोबाइल की आखिरी लोकेशन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन के पास दर्ज हुई.
जांच व आगे की कार्रवाई
रानी कमलापति स्टेशन पर आखिरी बार दिखी कटनी जीआरपी के सब-इंस्पेक्टर अनिल मरावी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि अर्चना तिवारी रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक ट्रेन में मौजूद थी। सहयात्रियों ने बताया कि उन्होंने उसे भोपाल तक देखा, लेकिन इसके बाद वह ट्रेन में नहीं दिखी. रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, जो अपने अत्याधुनिक सीसीटीवी और सुरक्षा व्यवस्था के लिए जाना जाता है, वहां के फुटेज की जांच के बावजूद अर्चना का कोई सुराग नहीं मिला. यह रहस्य पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.
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