Bagram Air Base: अफगानिस्तान ने बगराम एयरबेस पर फिर से कब्जा करने की अमेरिकी धमकियों को सिरे से खारिज कर दिया है. साथ ही किसी भी विदेशी सैन्य उपस्थिति को फिर से स्थापित करने के प्रयासों का डटकर सामना करने की भी बात कही है.
दरअसल, हाल ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बगराम एयरबेस सैन्य तैनाती का ऐलान किया है, जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए जनरल डायरेक्टरेट ऑफ इंटेलिजेंस के पहले डिप्टी मुल्ला ताजमीर जवाद ने कहा कि अफगान सरकार मौजूदा व्यवस्था को बनाए रखेगी.
वहीं, अफगान रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने कहा कि “हमारा जवाब है, यदि आप नहीं जाते और हवाई अड्डे चाहते हैं तो हम आपसे अगले 20 साल तक लड़ने के लिए तैयार हैं.” इसके अलावा, अफगान विदेश मंत्रालय के राजनीतिक निदेशक जाकिर जलाली ने अमेरिका की वापसी की धारणा को खारिज करते हुए कहा कि अफगानों ने ‘अपने क्षेत्र में विदेशी सैनिकों को कभी स्वीकार नहीं किया है. वाशिंगटन के साथ किसी भी बातचीत में बगराम एयरबेस को शामिल नहीं किया जाना चाहिए.’
ट्रंप ने कही बगराम एयरबेस पर फिर से कब्जे की बात
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (अमेरिकी समयानुसार) को अफगानिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए बगराम एयरबेस अमेरिका को फिर सौंपने की बात कही. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि “अगर अफगानिस्तान बगराम एयरबेस को उसके निर्माणकर्ताओं यानी संयुक्त राज्य अमेरिका को वापस नहीं करता है तो बुरी घटनाएं घटेंगी.”
ट्रंप ने की बाइडन की आलोचना
बता दें कि 2021 में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान में सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य अड्डा रहे बगराम एयरबेस पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था. वहीं, अब फिर से ट्रंप ने बगराम एयरबेस पर कब्जे की बात कही है. यहां तक कि अगस्त 2021 में अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के मुद्दे पर पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीति की आलोचना भी की थी.
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