Bangladesh: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीमार या मरने की खबरें इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है. फेसबुक, यूट्यूब जैसे अन्य कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो कार्ड और संवेदना संदेश शेयर किए जा रहे है. हालांकि शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने तुरंत इन खबरों को पूरी तरह झूठा और सोचा समझा षड्यंत्र बताया है. पार्टी नेताओं का कहना है कि जब ये अफवाहें फैलाई जा रही थीं, उस समय शेख हसीना खुद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं.
कैसे हुई अफवाह फैलने की शुरुआत?
बता दें कि इन अफवाहों की शुरुआत एक फेसबुक आईडी Tulip Rizwana Siddique से हुई पोस्ट से जुड़ी बताई गई. जो खुद को ब्रिटिश सांसद और शेख हसीना की भतीजी तुलीप सिद्दीकी बताती है. 25 अक्टूबर को इस अकाउंट किए गए पोस्ट में लिखा था कि आंटी थोड़ी बीमार हैं, सब दुआ करें. लेकिन बाद में वह पोस्ट गायब हो गई. तुलीप सिद्दीकी की आधिकारिक वेबसाइट पर केवल उनके Instagram और X अकाउंट का ही जिक्र है, फेसबुक का नहीं.
इसके अलावा, आवामी लीग के नाम और महासचिव ओबैदुल कादर के हस्ताक्षर वाला एक संवेदना संदेश भी सोशल मीडिया पर फैल गया. यहां तक ये अफवाह भी फैली कि शेख हसीना का अंतिम संस्कार दिल्ली की जामा मस्जिद में होगा और बांग्लादेश में प्रार्थना सभा की अपील की गई. लेकिन थोडी़ देर बाद ही आवामी लीग पार्टी की ओर से सफाई दी गई कि यह बयान पूरी तरह से फर्जी है. बकायदा शेख हसीना का एक ऑडियो संदेश भी साझा किया गिया, जिसमें वे कहती सुनी गईं- मेरे बारे में झूठी बातें फैलाई जा रही हैं. क्यों बीमार होऊं मैं? मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं, मुझे अपने देश को बचाना है. हालांकि इस ऑडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है.
राज्य प्रायोजित अफवाहें
इस मामले में हसीना के पार्टी आवामी लीग के नेताओं का कहना है कि ये पूरा अभियान राज्य प्रायोजित अफवाह है. इन झूठी खबरों के पीछे वही ताकतें हैं जो आवामी लीग पार्टी और शेख हसीना की लोकप्रियता से घबराई हुई हैं. जब यह सब फैलाया जा रहा था, तब शेख हसीना झलकाठी जिले के नेताओं से सीधा संवाद कर रही थीं.
इसे भी पढें:-ईरान ने फिर शुरू किया न्यूक्लियर प्रोजेक्ट, छिपाया 10 बमों जितना यूरेनियम, अमेरिका-इजरायल की बढ़ी टेंशन