ट्रंप ने ईरान के न्‍यूक्लियर प्‍लांट पर दोबारा बमबारी की दी धमकी, अमेरिकी हमले में परमाणु स्थल नष्ट न होने की रिपोर्ट को किया खारिज

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Donald Trump: अमेरिका ने हाल ही में ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर उन्‍हें तबाह कर दिया था, इसके बाद एक फिर से अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने ईरान पर हमले की चेतावनी दी है. दरअसल, डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान कोई भी नया परमाणु संयंत्र बनाने का प्रयास न करे, वरना अमेरिका उस पर फिर बमबारी कर तबाह कर देगा.

डोनाल्‍ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्‍ट में कहा कि अमेरिका के हमले में ईरान के तीनों परमाणु स्थल पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं, जिन्‍हें दोबारा शुरू करने में कई वर्ष लगेंगे. यदि ईरान ऐसा करना चाहता है, तो अमेरिका उन्हें फिर नष्ट कर देगा.

मीडिया रिपोर्ट में दी गई ये खुफिया जानकारी

बता दें कि हाल ही में ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में नई खुफिया जानकारी दी गई थी, रिपोर्ट में बताया गया कि 21 जून को ऑपरेशन ‘मिडनाइट हैमर’ के दौरान फोर्डो में ईरान का परमाणु संवर्धन स्थल अधिकांशतः नष्ट हो गया था, लेकिन दो अन्य प्रमुख स्थल, नतांज और इस्फहान नष्ट नहीं हुए थे. ऐसे में यदि तेहरान इसे हरी झंडी दे दे तो वे यूरेनियम संवर्धन पुनः शुरू कर सकते हैं. वहीं, अमेरिका के व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट का खंडन किया.

ईरानियों को उनके कानूनी अधिकारों से वंचित करना अस्‍वीकार्य

इस बीच, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने के अपने देश के वैध अधिकार को दोहराया. उन्‍होंने कहा है कि ईरानियों को उनके कानूनी अधिकारों से वंचित करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है. ईरान मीडिया के मुताबिक, शनिवार की दोपहर अर्मेनियाई प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान के साथ टेलीफोन पर बातचीत में पेजेशकियन ने इस बात पर जोर दिया कि इस्लामी गणराज्य अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और उसे अपनी परमाणु गतिविधियों की पारदर्शिता पर भरोसा है.

इसके साथ ही पेजेशकियन ने ईरान और आर्मेनिया के बीच संबंधों को ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण बताया. उन्‍होंने कहा कि इस्‍लामी गणराज्‍य सभी पड़ोसी देशों के साथ रचनात्मक बातचीत करने के लिए उत्सुक है.

इसे भी पढें:-भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बेल्जियम को राष्ट्रीय दिवस पर दी शुभकामनाएं, द्विपक्षीय सहयोग पर भी दिया जोर 

More Articles Like This

Exit mobile version