‘ट्रंप को अपनी तारीफ…’, पुतिन से फोन पर लीक हुई बातचीत से पता चली अमेरिकी राष्ट्रंपति की कमजोर नस

Donald Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी तारीफ सुनना बेहद पसंद है. ऐसे में उनकी इस बात का फायदा उठाकर उनसे कई काम कराए जा सकते हैं. बता दें कि इस बात का खुलासा अंतर्राष्ट्रीय टेलिफोन कॉल की बातचीत लीक होने के बाद हुआ है. ये बातचीत ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उषाकोव के बीच हुई थी.

जानकारी के मुताबिक, ब्लूमबर्ग ने दोनों के बीच हुई बातचीत के फोन कॉल का ट्रांसक्रिप्ट पब्लिश किया है. बता दें कि दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत कॉल व्हाट्सऐप पर हुई थी और इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली. इस बातचीत में विटकॉफ यूरी उषाकोव को बता रहे हैं कि ट्रंप से काम करवाने के लिए उनकी खुशामद बड़ी काम आती है. ऐसे में यूरी उषाकोव ने विटकॉफ से पूछा कि क्या दोनों नेताओं (ट्रंप-पुतिन) के बीच टेलिफोन कॉल अरेंज किया जा सकता है.

ट्रंप की खुलकर करें तारीफ

इस मामले को लेकर विटकॉफ ने यूरी उषाकोव को कहा कि वे राष्ट्रपति पुतिन को कहें कि जब भी ट्रंप से उनकी बात हो तो उनकी खुलकर तारीफें करें. इसके साथ ही उन्हें गाजा का शांति नायक और विश्व शांति का नेतृत्वकर्ता कहें. उन्‍होंने ये भी कहा कि ऐसा करने के तुरंत बाद पुतिन यूक्रेन वॉर के समाधान का रूसी फॉर्मूला ट्रंप को बताएं.

विटकॉफ ने उषाकोव को दिया सुझाव

बता दें कि इस बातचीत में यूरी उषाकोव से विटकॉफ कहते हैं कि मेरा आदमी (ट्रंप) इसके लिए तैयार है. ऐसे में विटकॉफ उषाकोव को सुझाव दिया और कहा कि पुतिन ट्रंप को गाजा युद्धविराम पर बधाई दें, साथ ही ये भी कहें कि रूस ने इसका समर्थन किया है और ट्रंप को शांति का सच्चा व्यक्ति बताएं. इस दौरान आप राष्ट्रपति को इस उपलब्धि पर बधाई दें और कहें कि आप खुश हैं कि यह हुआ. प्राप्‍त जानकारी के अनुसार ये लीक बातचीत का ये हिस्सा 14 अक्टूबर का है और 16 अक्टूबर को पुतिन-ट्रंप के बीच मुलाकात हुई थी.

यूक्रेन की शांति बातचीत को कमजोर करने की कोशिश

इस फोन कॉल को लेकर विटकॉफ का कहना है कि मैंने प्रेसिडेंट से कहा कि रशियन फेडरेशन हमेशा से एक पीस डील चाहता है. ऐसे में मुद्दा यह है कि हम दो देश हैं जिन्हें समझौता करने में मुश्किल हो रही है. उन्‍होंने ये भी कहा कि मैं तो यह भी सोच रहा हूं कि शायद हम गाजा की तरह ही 20-पॉइंट का पीस प्रपोजल भी रखें. बता दें कि ट्रंप को इस बातचीत से कोई दिक्कत नहीं हुई. इस मामले को लेकर ट्रंप ने कहा कि ये तो बातचीत का स्टैंडर्ड तरीका है. साथ ही इस मामले को लेकर रूस ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के टॉप सलाहकारों के बीच हुई कॉल की रिकॉर्डिंग का लीक होना यूक्रेन की शांति बातचीत को कमजोर करने की कोशिश है.

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