Donald Trump vs Elon Musk : डोनाल्ड ट्रंप-एलन मस्क की दोस्ती अब दुश्मनी में बदल गई है. वर्तमान समय में दोनों एक-दूसरे पर जमकर सियासी वार किए जा रहे हैं. बता दें कि ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ से नाराज एलन मस्क ने अब नई सियासी पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही ट्रंप ने भी मस्क को झटके देने शुरू कर दिए हैं. जानकारी के मुताबिक, मस्क की कंपनियां अमेरिकी वायुसेना और नासा के साथ मिलकर भी कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं. ऐसे में एलन मस्क की कंपनी में अमेरिकी एयरफोर्स स्पेसएक्स के साथ मिलकर हाइपरसोनिक कार्गो डिलीवरी का टेस्ट करने वाली थी. लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा.
रॉकेट री-एंट्री व्हीकल्स की लैंडिंग का परीक्षण
मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि फिलहाल इस परीक्षण को स्थगित कर दिया गया है. बता दें कि यह परीक्षण प्रशांत महासागर के एक छोटे से द्वीप पर होना था. इस परियोजना में ऐसे रॉकेट री-एंट्री व्हीकल्स की लैंडिंग का परीक्षण किया जाना था, जो लगभग 90 मिनट में धरती के किसी भी कोने में 100 टन तक का सामान पहुंचाने में सक्षम हो. ऐसे में लोगों का मानना है कि ट्रंप और मस्क के बीच जारी विवाद के चलते परीक्षण को स्थगित किया गया है.
विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीडिया रिपोर्ट के आने के बाद स्पेस्एक्स के हाइपरसोनिक रॉकेट कार्गो डिलीवरी का टेस्ट टला है, वहीं जॉनस्टन एटोल हवाई से लगभग 1,300 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में एक अमेरिकी क्षेत्र है. जिसमें जीवविज्ञानी और विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह परियोजना जॉनस्टन एटोल पर रहने वाले समुद्री पक्षियों की प्रजातियों को नुकसान पहुंचा सकती है. इस दौरान वायुसेना ने पहले ही कहा था कि वह इस परियोजना का एक पर्यावरणीय आकलन कराएगी, लेकिन पर्यावरण समूहों के विरोध के बाद इसे टाल दिया गया था.
परीक्षण के लिए वैकल्पिक स्थानों की जा रही तलाश
ऐसे में हाइपरसोनिक कार्गो डिलीवरी का टेस्ट स्थगित करने को लेकर काफी चर्चा में है. लेकिन अमेरिकी वायुसेना ने परीक्षण स्थगित करने की वजह समुद्री पक्षियों पर इसके पड़ने वाले दुष्प्रभाव को बताया है. बहुत से लोगों का मानना है कि एलन से विवाद को लेकर ट्रंप ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. मीडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, खबर सामने आई है कि परीक्षण के लिए वायुसेना वैकल्पिक स्थानों की तलाश कर रही है.
एलन मस्क की कंपनियों को हो सकता है नुकसान
बता दें कि एलन मस्क की कंपनियां- टेस्ला, स्पेसएक्स और एक्स अमेरिकी सरकार के साथ जुड़ी हैं और इन्हें अमेरिका की 17 सरकारी एजेंसियों से करीब 25 हजार करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट मिले हुए हैं. वहीं अगर ये कॉन्ट्रैक्ट खत्म किए जाते हैं तो मस्क को बहुत नुकसान होगा. सबसे अहम बात यह है कि ट्रंप इसके संकेत भी दे चुके हैं.
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