गाजा में भारी तबाही, इजरायली हमलों और गोलीबारी में 57 फिलिस्तीनियों की मौत

Gaza: इजरायल लगातार गाजा पर हमला कर रहा है. गाजा पट्टी में इजरायली हमलों और गोलीबारी में कम से कम 57 फलस्तीनी मारे गए हैं. गाजा के स्वास्थ्य अफसरों ने बताया है कि इजरायल के हवाई हमलों और गोलीबारी में अलग-अलग इलाकों में ये मौतें हुई हैं. ये हमला ऐसे समय हुआ है जब फिलिस्तीनी गुट हमास अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना पर विचार कर रहा है.

इजरायली गोलीबारी में कम से कम 29 लोग मारे गए

ट्रंप की ओर से दो साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के प्रस्ताव पर हमास ने अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. नासिर अस्पताल के मुताबिक, दक्षिणी गाजा में इजरायली गोलीबारी में कम से कम 29 लोग मारे गए. वहां के अधिकारियों ने बताया कि उनमें से 14 लोग उस स्थान पर मारे गए जिसे इजरायली सैन्य गलियारे के तौर पर जाना जाता है और जहां लोगों को जरूरत का सामान दिया जाता है. मध्य शहर दीर अल-बलाह के अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि इजरायली हमलों में 16 लोग मारे गए हैं जिनके शव अस्पताल लाए गए.

बस का इंतज़ार करते समय हमले में चिकित्सक की मौत

डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि उनके एक व्यावसायिक चिकित्सक की दीर अल-बलाह में बस का इंतज़ार करते समय एक हमले में मौत हो गई और चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस अंतरराष्ट्रीय संस्था ने 42 वर्षीय चिकित्सक उमर हायेक को अत्यंत दयालु और पेशेवर चिकित्सक करार दिया. गाजा सिटी में शिफा अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पांच शव और कई घायल अस्पताल लाए गए. अन्य अस्पतालों ने इजरायली गोलीबारी में सात और लोगों की मौत की सूचना दी है. वहीं इजरायली सेना ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रस्ताव पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं

इजरायल ने यह हमला ऐसे वक्त किया है जब हमास ने लगभग दो साल से जारी युद्ध को समाप्त कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है. ट्रंप ने जो योजना पेश की है उसके तहत हमास को सभी 48 बंधकों को वापस करना होगा और सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और लड़ाई समाप्त करने के बदले में सत्ता छोड़नी होगी और निरस्त्रीकरण करना होगा. ट्रंप के इस प्रस्ताव को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार कर लिया है लेकिन इस प्रस्ताव में फलस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने के बारे में कोई बात नहीं कही गई है.

ट्रंप की शांति योजना इजरायल के पक्ष वाली

फलस्तीनी लोग चाहते हैं कि युद्ध समाप्त हो जाए, लेकिन कई लोगों का मानना है कि ट्रंप की शांति योजना इजरायल के पक्ष वाली हैं. हमास के एक अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा प्रस्ताव की कुछ शर्ते अस्वीकार्य हैं, हालांकि उन्होंने उन शर्तों में बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी. दो प्रमुख मध्यस्थ देशों कतर और मिस्र ने भी कहा कि कुछ मुद्दों पर और बातचीत की आवश्यकता है.

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