इमरान खान ने शहबाज शरीफ के खिलाफ फूंका आंदोलन का बिगुल, कहा-“गुलामी से बेहतर जेल की अंधेरी कोठरी”

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्‍थापक इमरान खान ने जेल से ही एक बार फिर मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका है. इस दौरान उन्‍होंने कहा है कि उनके लिए जेल की अंधेरी कोठरी गुलामी स्वीकार करने से बेहतर है. इमरान खान ने कहा कि वो सरकार की गुलामी स्‍वीकार नहीं करेंगे, बल्कि  जेल की अंधेरी कोठरी में रहना पसंद करेंगे.

इमरान खान ने PTI समर्थकों से की ये अपील

इसी बीच उन्‍होंने PTI के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से 6 जुलाई को आशूरा के बाद देश की मौजूदा सत्ता के खिलाफ विरोध और विद्रोह करने की अपील की है. इमरान खान ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्स’पर अपने एक पोस्‍ट में लिखा कि  “मैं पूरे देश से, खासकर PTI कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आग्रह करता हूं कि वे आशूरा के बाद इस दमनकारी शासन के खिलाफ खड़े हों. मैं गुलामी स्वीकार करने की बजाय जेल की एक अंधेरी कोठरी में रहना पसंद करूंगा.”

मुनीर के साथ कोर्ट भी निशाने पर

इमरान खान ने जनरल मुनीर के साथ ही पाकिस्तान की न्यायपालिका पर भी निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि आज अदालतें कार्यपालिका का उपविभाग बन चुकी हैं. न्यायालयों में स्वतंत्र विचार रखने वाले जजों को शक्तिहीन कर दिया गया है और केवल चहेते न्यायाधीशों को आगे बढ़ाया जा रहा है. “ऐसा केवल मार्शल लॉ के अधीन होता है.” इमरान खान के इस बयान ने पाकिस्तान में राजनीतिक हलकों में एक बार फिर हलचल मचा दी है, खासकर ऐसे समय में जब मोहर्रम का महीना धार्मिक संवेदनशीलता और शांति की अपीलों के लिए जाना जाता है.

दो साल से जेल में हैं इमरान खान

बता दें कि पाकिस्‍तान के पूर्व पीएम इमरान खान दो वर्षों से जेल में बंद हैं. उनका कहना है कि उनकी आवाज को दबाने का हर संभव प्रयास किया जाता है. इसी बीच उन्‍होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जब कोई तानाशाह सत्ता में आता है, तो उसे लोगों के वोटों की ज़रूरत नहीं होती. वह क्रूर ताकत के सहारे शासन करता है.

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