India Bangladesh relations: बांग्लादेश के गृह सलाहकार जाहंगीर आलम चौधरी के हालिया बयान पर भारत ने सख्त लहजे में कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को अपने अंदर झांकना चाहिए और देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों की गंभीरता से जांच करनी चाहिए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि “हम इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों को सख्ती से खारिज करते हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है और इससे सबका ध्यान भटकाने के लिए वो दूसरों पर आरोप लगाती है. उसे चाहिए कि वह आत्ममंथन करे और चिटगांव हिल ट्रैक्ट्स में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ स्थानीय चरमपंथियों द्वारा की जा रही हिंसा, आगजनी और भूमि कब्जे की गंभीर जांच करे.”
वैश्विक समुदाय में भी चिंता का माहौल
जायसवाल की यह प्रतिक्रिया चौधरी के उस बयान पर आई जिसमें उन्होंने खगड़ाछड़ी जिले में फैली अशांति के लिए नई दिल्ली को जिम्मेदार ठहराया था. वहीं, चिटगांव हिल ट्रैक्ट्स में आदिवासियों के खिलाफ हुई हालिया हिंसा को लेकर वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ गई है.
हिंसा में कई लोगों की मौत
ऐसे में मानवाधिकार संगठनों ने अंतरिम सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि 28 सितंबर को एक मर्मा समुदाय की स्कूली छात्रा से गैंगरेप की घटना के बाद भड़की हिंसा में कई लोगों की मौत और घायल होने की खबरें आई हैं. इस दौरान सुरक्षा बलों पर व्यापक आगजनी, लूटपाट और अंधाधुंध गोलीबारी के आरोप लगे हैं.