Indus Water Treaty: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था, जिसके बाद पड़ोसी देश पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज हो गया है. ऐसे में पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौते को लेकर भारत से बातचीत करने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यदि दोनों के देशों के बीच कोई बात होगी तो सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर ही होगी.
पाकिस्तान ने ईरान में छेड़ा कश्मीर का राग
बता दें कि सिंधु जल समझौता रद्द होने और ऑपरेशन सिंदूर से गहरी चोट खाए पाकिस्तान की अक्ल अभी भी ठिकाने नहीं आई है. उसने ईरान में भी कश्मीर राग छेड़ दिया. दरअसल, सोमवार को ईरान पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तेहरान में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है.
‘एक-एक पैसे के लिए मांगनी पड़ेगी भीख’
वहीं, अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि यदि पाकिस्तान आतंक का समर्थन करना जारी रखेगा, तो उसे एक-एक पैसे के लिए भीख मांगनी पड़ सकता है. भारतीयों के खून से खेलना पाकिस्तान को बहुत महंगा पड़ेगा और यह भारत का दृढ़ संकल्प है इसे कोई भी वैश्विक दबाव बदल नहीं सकता.
दरअसल, पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर कई बार ये स्पष्ट कर चुके हैं कि भविष्य में जब भी पाकिस्तान के साथ बातचीत होगी तो केवल आतंकवाद और पीओके को लेकर ही होगी, क्योंकि पाकिस्तान ने भारत का अभिन्न अंग होने के बावजूद कश्मीर पर अवैध कब्जा कर रखा है.
इसे भी पढें:-Nuclear War से कोसों दूर भारत-पाकिस्तान, एस जयशंकर बोले- आतंक का ओपन मार्केट है इस्लामाबाद