Lithuania PM: एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत लिथुआनिया में प्रधानमंत्री गिनटॉटस पलुकस ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, वे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख भी थे और इन दोनों पदों से हटने का फैसला उन्होंने बढ़ते राजनीतिक दबाव और निजी कारोबारी लेन-देन की जांच के चलते लिया है. राष्ट्रपति गितानास नाउसैडा ने पुष्टि की कि पलुकस ने उन्हें फोन कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी और उन्होंने इस फैसले को सही दिशा में लिया गया कदम बताया.
इस राजनीतिक संकट की शुरुआत तब हुई, जब ‘डेमोक्रेटिक यूनियन फॉर लिथुआनिया’ के नेता और संसद (सेइमास) के अध्यक्ष साउलियस स्कवर्नेइलिस ने कहा कि उनकी पार्टी पलुकस के प्रधानमंत्री बने रहने की स्थिति में सत्तारूढ़ गठबंधन में नहीं रहेगी. इसके बाद राष्ट्रपति से मुलाकात और दबाव के बीच पलुकस के इस्तीफे का रास्ता साफ हो गया. पार्टी की कार्यकारिणी से भी इस्तीफे को मंजूरी देने की संभावना है.
पलुकस की सालियों की कंपनी ‘डनकोरा’ पर छापा
लिथुआनिया की फाइनेंशियल क्राइम इन्वेस्टिगेशन सर्विस (एफएनटीटी) ने गुरुवार सुबह पलुकस की सालियों की कंपनी ‘डनकोरा’ पर छापा मारा. यह कंपनी यूरोपीय संघ से सब्सिडी लेकर ‘गार्निस’ नाम की उस कंपनी से बैटरी सिस्टम खरीद रही थी, जिसमें खुद पलुकस की हिस्सेदारी है. इससे पहले भी मीडिया रिपोर्टों में कई ऐसे कारोबारी सौदों का खुलासा हुआ था, जो उनके प्रधानमंत्री रहते हुए, हुए थे.
जांच में सामने आया कि पलुकस ने 2012 में एक संपत्ति उस कारोबारी से खरीदी थी, जिससे उन्होंने सार्वजनिक रूप से कोई संबंध होने से इनकार किया था. इसी तरह, उनकी पूर्व कंपनी ‘सागर्टा’ ने बड़ी रकम का कर्ज लिया था, जिसे अब तक चुकाया नहीं गया. इसके अलावा, एक और रिपोर्ट में बताया गया कि पलुकस ने 2012 में एक सरकारी प्लॉट पर छूट में फ्लैट खरीदा था और 16,500 यूरो के जुर्माने में से करीब 4,900 यूरो ही 2025 में जाकर चुकाए.
कौन बन सकता है अगला पीएम?
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के सूत्रों के अनुसार, अगर पलुकस को समर्थन नहीं मिलता है तो कई नामों पर विचार हो सकता है. इनमें सेइमास के डिप्टी स्पीकर जुयोसास ओलेकास, विलनियस जिले के मेयर रॉबर्ट डुचनविच और जॉनावा के मेयर मिंडौगस सिंकविचियस शामिल हैं. सामाजिक सुरक्षा मंत्री इंग्गा रुगिनिएने का नाम भी चर्चा में है. एक प्रस्ताव यह भी है कि ओलेकास प्रधानमंत्री बनें और सिंकविचियस पार्टी का नेतृत्व संभालें.
इस्तीफा देने से पहले पलुकस ने ली थी दो हफ्ते की छुट्टी
इस्तीफा देने से पहले पलुकस ने दो हफ्ते की छुट्टी ली थी. इस दौरान सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने उनके समर्थन में बयान जारी किया था, लेकिन जनता और सहयोगी दलों के विरोध को देखते हुए अंततः उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया. हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों को नकारते हुए किसी भी गलत काम से इनकार किया है. अब उनकी जगह कौन लेगा, इस पर फैसला राष्ट्रपति और संसद के अनुमोदन के बाद होगा.