Operation Sindoor: इस समय पाकिस्तानी सरकार लगातार कह रही है कि वो आतंकवाद से परेशान है. लेकिन ये वहीं पाकिस्तान है और वहीं पाकिस्तानी सेना है, जिन्होंने खुद उन्हें खाद पानी दिया है और यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है. अपनी धरती से प्रायोजित आतंकवाद के जरिए दहशत फैलाते हुए और आतंकियों के महफुज पनाहगाह बनने की कई हरकते पाकिस्तान की ओर से अक्सर ही की जाती रही है. वहीं, एक बार फिर से पाकिस्तान की सेना और वहां की सरकार ने आतंकियों के समर्थन का एक और सबूत दुनिया को दे दिया है.
दरअसल, पहलगाम हमले के बदले में भारत की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया गया. इस दौरान पाकिस्तान के कुल नो आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित संगठन शामिल है.
पाकिस्तान में आतंकियों को मिलती है पनाह
भारत द्वारा किए गए इस रणनीतिक ऑपरेशन में पाकिस्तान के क्षेत्र में चार ठिकानों पर हमला किया गया, जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पांच ठिकानों पर हमला किया गया. इस दौरान कई कई आतंकियों को ठिकाने लगा दिया गया है, जिसके बाद पाकिस्तान में बिलाल आतंकी कैंप के मुखिया आतंकवादी याकूब मुगल के अंतिम संस्कार में नमाज अदा की गई. इस दौरान खास बात ये है कि याकूब मुगल के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान आईएसआई और पाकिस्तान पुलिस मौजूद रही. इससे साफ साफ जाहिर होता है पाकिस्तान भलें ही आतंवाद से परेशान होने का दावा करता है, लेकिन अभी तक उसने आतंकियों का साथ देना छोड़ा नहीं है.
गृह मंत्री ने दिया LoC के आसपास की जगह खाली करने का आदेश
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नियंत्रण रेखा के पास के नागरिकों को खाली करने का आदेश दिया, क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मनमाने ढंग से गोलीबारी की, जिसमें 10 नागरिक मारे गए और 33 घायल हो गए. यह घटनाक्रम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कुछ घंटों बाद हुआ. इस दौरान गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सुरक्षा भारत की प्राथमिकता है.
रक्षा सूत्रों के अनुसार, सेना ने सीमा पार से की गई गोलीबारी का तेजी से जवाब दिया, जिससे कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में कई पाकिस्तानी सेना चौकियों को काफी नुकसान पहुंचा है, साथ ही भारी सैन्य हताहतों की भी खबर है. सूत्रों ने बताया कि दोनों सेक्टरों में भारी गोलाबारी जारी है.