Trump: विदेशी कंपनियों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी कि उन्हें अमेरिकी कानून का पालन करना चाहिए. अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में बन रहे हुंडई-एलजी बैटरी प्लांट में लगभग 300 कथित रूप से अवैध दक्षिण कोरियाई कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद ट्रंप का यह बयान सामने आया है.
रविवार को सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘कृपया हमारे देश के आव्रजन कानूनों का सम्मान करें. आपके निवेश का स्वागत है और हम कानूनी रूप से बुद्धिमान लोगों को अमेरिका लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, लेकिन बदले में हम भी आपसे चाहते हैं कि आप अमेरिकी कर्मचारियों की नियुक्ति करें और उन्हें प्रशिक्षित करें.’
दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई और एलजी के प्लांट का निर्माण जॉर्जिया में किया जा रहा है. जहां शुक्रवार को अमेरिकी अप्रवासन विभाग ने 475 लोगों को हिरासत में लिया था. इनमें से अधिकतर दक्षिण कोरियाई कर्मचारी थे, जो कथित तौर पर अवैध रूप से अमेरिका में रहकर प्लांट में काम कर रहे थे. अप्रवासन विभाग ने जब कथित अवैध कर्मचारियों को हिरासत में लिया तो एक फुटेज में दिख रहा है कि हिरासत में लिए गए लोगों को हथकड़ी और पैरों में जंजीरों से बांधकर बस में चढ़ाया जा रहा है. इसको लेकर दक्षिण कोरिया की सरकार ने नाराजगी व्यक्त की है.
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि उसके 47 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 46 दक्षिण कोरियाई और एक इंडोनेशियाई नागरिक है. कंपनी ने यह भी कहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से करीब 250 लोग ठेकेदार के कर्मचारी थे, जो दक्षिण कोरियाई नागरिक हैं. दक्षिण कोरिया, अमेरिका में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है. हाल ही में राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने अमेरिका का दौरा कर 350 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया. हालांकि, अमेरिकी आव्रजन विभाग की कार्रवाई को लेकर दक्षिण कोरिया के लोगों में नाराजगी है.
ट्रंप प्रशासन अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को फिर से मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है. विभिन्न देशों पर टैरिफ भी अमेरिकी सरकार की इसी योजना का हिस्सा है. साथ ही ट्रंप प्रशासन अवैध अप्रवासियों के खिलाफ भी सख्त रुख अपनाए हुए हैं और बड़ी संख्या में अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेकर उनको देश निर्वासित किया जा रहा है. रविवार को दक्षिण कोरिया ने एक बयान में कहा कि हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए बातचीत पूरी हो गई है और उन्हें जल्द ही रिहा कर घर भेजा जाएगा.