Hangor Submarine : पाकिस्तान ने चीन के साथ जिन आठ हंगोर श्रेणी की पनडुब्बियों की डील की थी, उनमें से चीन ने तीसरी पनडुब्बी PAK को सौंप दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बीजिंग का यह कदम भारत के निकट हिंद महासागर में पाकिस्तान की बढ़ती उपस्थिति को समर्थन देने के प्रयासों का एक अहम हिस्सा है.
चीनी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हंगोर-श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी का जलावतरण समारोह चीन के वुहान में आयोजित किया गया. बता दें कि चीन द्वारा बनाई गई 8 पनडुब्बियों में से दूसरी पनडुब्बी इस साल मार्च में पाकिस्तान को सौंपी गई थी.
हिंद महासागर में भी कर रहा विकास
जानकारी के मुताबिक, यह उन लड़ाकू विमानों में से एक है जो चीन ने पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान को दिया है. यह आपूर्ति अरब सागर में चीनी नौसेना के निरंतर विस्तार के बीच पाकिस्तान की नौसैनिक ताकत को बढ़ाने के उनके प्रयासों का हिस्सा है, इसके साथ ही वे बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह का विकास करने के साथ हिंद महासागर में भी विकास कर रहा है.
हालिया संघर्ष पाकिस्तान ने इन विमानों का किया इस्तेमाल
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तान रक्षा विभाग के एक बयान में कहा गया कि तीसरी पनडुब्बी के जलावतरण के अवसर पर पाकिस्तान के उप नौसेना प्रमुख ने कहा कि हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी के अत्याधुनिक हथियार और अपग्रेड सेंसर क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को बनाए रखने और समुद्री स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायक होंगे. जो कि दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के अतिरिक्त है. इस दौरान उनका कहना है कि पाकिस्तान ने भारत के साथ हालिया संघर्ष में इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था.
हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी की खासियत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी की सबसे खास विशेषता पानी के नीचे मजबूत लड़ाकू क्षमता है, बता दें कि इनमें व्यापक सेंसर प्रणाली, उत्कृष्ट ‘स्टील्थ’ विशेषताएं, उच्च गतिशीलता, एक बार ईंधन भरने के बाद लंबे समय तक जल के नीचे रहने की क्षमता और भीषण मारक क्षमता शामिल है.
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