सरकार कौशल में इंडस्ट्री की सह-मालिकता को कर रही है मजबूत: जयंत चौधरी

Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी के अनुसार, बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्षमताएं बनाने के लिए सरकार, उद्योग, शिक्षा जगत और ट्रेनिंग संस्थानों के बीच गहरे सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार कौशल में इंडस्ट्री की सह-मालिकता को मजबूत कर रही है. सरकार सीखने के लचीले तरीकों को बढ़ावा दे रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि हमारे ट्रेनिंग सिस्टम असल दुनिया की जरूरतों के अनुसार तैयार हों.

एआई स्किलिंग के लिए नेशनल स्किलिंग रोडमैप में इंटीग्रेशन

मंत्री ने यहां एआई के लिए स्किलिंग पर एक स्ट्रैटेजिक मीटिंग के दौरान कहा, शिक्षा, वोकेशनल ट्रेनिंग और वर्कफोर्स में एआई स्किल्स को शामिल करके, हम एआई-सक्षम ग्लोबल इकोनॉमी में विकसित भारत की नींव रख रहे हैं. मीटिंग में विकसित भारत के विजन को सपोर्ट करने के लिए एआई को नेशनल स्किलिंग रोडमैप में इंटीग्रेट करने पर फोकस किया गया. मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एमएसडीई) ने एक मल्टी-स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन आयोजित किया,

भारत में एआई टैलेंट कंसल्टेशन

जिसमें मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के सीनियर अधिकारी, इंडिया एआई मिशन के प्रतिनिधि, इंडस्ट्री लीडर्स, रेगुलेटर्स, एकेडेमिया और प्रमुख स्किलिंग इकोसिस्टम पार्टनर्स शामिल हुए, ताकि भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टैलेंट लैंडस्केप को और मजबूत बनाने पर चर्चा की जा सके. इस कंसल्टेशन का मकसद पॉलिसी विजन, इंडस्ट्री की जरूरतों और स्किलिंग इम्प्लीमेंटेशन को एक साथ लाना था ताकि भविष्य के लिए तैयार एक वर्कफोर्स बनाया जा सके, जो एआई-संचालित ग्लोबल इकोनॉमी में भारत की महत्वाकांक्षाओं को सपोर्ट कर सके.

एआई क्षेत्र में अपस्किलिंग और रीस्किलिंग की जरूरत

इस चर्चा का मुख्य मुद्दा यह था कि हमें एआई के क्षेत्र में हुनरमंद लोगों की कितनी भारी और तुरंत जरूरत है, जिसे एमएसडीई के डिजिटल और टेक्नोलॉजी-केंद्रित स्किलिंग पहलों के बढ़ते पोर्टफोलियो के संदर्भ में देखा गया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, चर्चाओं में वर्कफोर्स में निरंतर अपस्किलिंग और रीस्किलिंग के महत्व पर जोर दिया गया, जो सीखने वालों और कर्मचारियों को प्रासंगिक और एप्लाइड एआई दक्षताओं से लैस करने के लिए मंत्रालय के चल रहे प्रयासों को समर्थन करता है.

एमएसडीई की एआई स्किलिंग में प्रगति

बयान में आगे कहा गया कि प्रतिभागियों ने एमएसडीई द्वारा संरचित कार्यक्रमों और साझेदारियों के माध्यम से एआई स्किलिंग को आगे बढ़ाने में हुई लगातार प्रगति पर विशेष ध्यान दिया. छात्रों के बीच शुरुआती एआई जागरूकता और मूलभूत क्षमताओं के निर्माण के लिए चल रही पहलों को एक मजबूत आधार के रूप में उजागर किया गया, जिस पर यह कंसल्टेशन आगे निर्माण करना चाहता है. इन प्रयासों को लंबी अवधि की टैलेंट पाइपलाइन को सुदृढ़ करने और शुरुआती चरण में डिजिटल आत्मविश्वास, रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देने के लिए पहचाना गया.
यह भी पढ़े: Tamil Nadu: चंद्रपडी में फिश लैंडिंग सेंटर का काम तेज, मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद
Latest News

26 दिसंबर का इतिहास: प्रकृति के प्रकोप की भयावह घटना, लाखों लोगों ने गवाई जान

Indian Ocean Tsunami: 26 दिसंबर प्रकृति के प्रकोप की उस भयावह घटना की याद दिलाता है, जिसने भारी तबाही...

More Articles Like This