दारोगा ज्योति ने तो बेवफ़ाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए

Must Read

Bihar News: बेवफाई का मौसम आया है, जितना सिंगर बी प्राक का गाना, मेरे जिंदगी से जाने का क्या लोगो तुम, पॉपुलर हो रहा है, अब उतना ही बेवफाई की खबरें भी चर्चा में हैं. देश के अलग-अलग जगहों से बड़ी-बड़ी खबरें आ रही हैं. कोई पैसा आते ही जवान हो जा रहा है और कोई नए प्यार को पाने के लिए पति को छोड़ दे रहा है. अब यूपी की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या हों, पकिस्तान की सीमा हैदर हों, अब तो अलवर की अंजू और बिहार की ज्योति की कहानी भी सामने आ गई हैं.

बता दें कि तस्वीरों से धुल साफ़ करता ये शख्स वो है, जिसने करीब 17 साल पहले एक लड़की से बेइन्तेहाँ मोहब्बत की. लड़की मोहल्ले की थी. समय बीतता गया, मोहब्बत और गहरी होती गयी और वो वक़्त आ गया जब दोनों ने एक दुसरे के साथ जीने मरने की कसमे खाई. जी हाँ उत्तर प्रदेश के ज्योति मौर्या की घटना की चर्चा अभी थमी नहीं थी कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक और ज्योति का कारनामा सामने आ गया.

ये कहानी 2005 से शुरू होती है, जब बिहार के मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के सुभाष नगर के रहने वाले प्रिय रंजन को अपने ही मोहल्ले की लड़की से आंखे चार हो गई्. लड़की का नाम ज्योति है और वह दोनो 2009 में घर से भागकर शादी कर लिए गुड़गांव पहुंचे और दोनो ने प्राइवेट नौकरी कर अपना घर बसा लिया. कुछ दिनों के बाद ज्योति ने आगे पढ़ने की इच्छा जताई और पति प्रिय रंजन ने अपनी जमीन बेची और दोस्तों से कर्ज लिया फिर गुड़गांव में कोचिंग सेंटर में दरोगा की तैयारी के लिए पत्नी को भेजने लगा और वही उसने कई प्राइवेट नौकरी भी की.

अनगिनत लोगों की तरह ही गुडगाँव में प्रिय रंजन भी संघर्ष करने लगा. पल-पल मरना और मर-मर के पैसे कमाना. प्रिय रंजन अपनी प्रेमिका, जो अब बीवी बन चुकी थी, उसके लिए सब कुछ करने को तैयार था. लेकिन उसे अपना भविष्य पता नहीं था. ज्योति ने एक बच्चे को भी जन्म दिया. कुछ दिनों के बाद प्रिय रंजन और ज्योति मुजफ्फरपुर चले आए, यहां के कोचिंग सेंटर में उसका एडमिशन करवाया और दरोगा की तैयारी शुरू हो गयी. लेकिन ज्योति के मन में अब प्रेम का नया दीपक जल चूका था.

ज्योति की वहां पर साथ पढ़ने वाले बैच मित्र सोमेश्वर नाथ झा के साथ उसकी दोस्ती हो गई. दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गया और प्यार परवान चढ़ता चला गया. इसके बाद ज्योति पढ़ाई करने के बहाने पटना चली गई. ज्योति पटना में रहकर कोचिंग सेंटर में पढ़ाई करने लगी. वहां सोमेश्वर के साथ लिव-इन में रहने लगी. ज्योति के बेटे ने बताया कि मम्मी मुझे वहां ले जाती थी और बच्चों के साथ सुला देती थी. खुद जाकर सोमेश्वर अंकल के रूम में सो जाती थी. वाह रे मम्मी, क्या खूब किस्से हैं आपके.

2019 में ज्योति दरोगा बन गई, जब तक वो दरोगा नहीं बनी थी, तब तक पति प्रिय रंजन पर आश्रित थी. अब ज्योति पर आरोप है की जबसे वह दरोगा बनी है, वह अपने पति को छोड़ अपने एक बैचमेट दरोगा के साथ रहना चाह रही है. साथ ही पहले वाले पति प्रिय रंजन को जान से मारने का धमकी भी दे रही हैं. ये सारे आरोप प्रिय रंजन के हैं, पति प्रिय रंजन अपनी कहानी सुनाते हुए मीडिया के सामने न्याय की गुहार लगा रहे हैं.

Latest News

Lok Sabha Election 2024: बिहार में ओवैसी की पार्टी लड़ेगी चुनाव, इन हाई प्रोफाइल सीटों पर AIMIM उतारेगी प्रत्याशी

Lok Sabha Election 2024: देश में लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत हो चुकी है. दो चरण...

More Articles Like This