Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, कीड़ी के पग घुंघरू बाजे। वो भी साहिब सुनता रे।।कीड़ी के पग घुंघरू, कितना छोटा होगा, उसकी आवाज भी परमात्मा को सुनाई देती है। वे अंतर्यामी कहलाते हैं। बस आपकी वृत्ति ईश्वर से जुड़ी रहे तो वह आपको छोड़ नहीं सकता। सबके दिल का कनेक्शन उसके पास है। जैसे सारे शहर के टेलीफोन का केंद्र एक जगह होता है कि यहां रिसीवर उठाया नहीं और वहां घंटी बजी।

इसी तरह आपका जो रिसीवर है उसमें जरा सा नंबर ठीक किया और वहां आवाज पहुंच जायेगी। अपने नंबर ठीक कर लो। गलत नंबर लगा दोगे तो गड़बड़ हो जायेगा। हम लोगों का अक्सर गलत नंबर रहता है, ठीक नंबर लग जाये तो उसी समय घंटी बज जाये। परमात्मा उसी समय प्रकट हो जायें। क्योंकि जब हम भजन करते हैं तो मन कहीं और रहता है, यही रॉन्ग नंबर हो गया और जब भजन करते हुए मन भी प्रभु में लग जाये तो बेड़ा पार हो जाये। लोक और परलोक दोनों बन जाए।


