Business: विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ा उछाल, अक्षय ऊर्जा को लेकर केंद्रीय मंत्री का बड़ा दावा

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Business News: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Currency Reserves) में बड़ा उछाल देखने को मिला है. 2 फरवरी को खत्‍म हुए सप्‍ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.74 अरब डॉलर बढ़कर 622.47 अरब डॉलर हो गया है, जो बीते एक महीने का उच्‍चतम स्‍तर है.

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी साप्ताहिक डाटा के मुताबिक, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे बड़ा हिस्सा विदेशी मुद्रा संपत्ति (Forex currency assets) का रहा, जो 5.186 बिलियन डॉलर बढ़कर 551.331 बिलियन डॉलर हो गया है. विदेशी मुद्रा संपत्तियों में आरबीआई द्वारा विदेशी मुद्राओं का उपयोग करके खरीदी गई यूएस ट्रेजरी बिल जैसी संपत्तियां हैं.

गोल्‍ड रिजर्व भी बढ़ा

विदेशी मुद्रा भंडार (Forex currency assets) में सबसे बड़ा हिस्सा विदेशी मुद्रा संपत्ति का ही होता है.  गोल्ड रिजर्व भी 68 करोड़ डॉलर की बढ़ोत्‍तरी के साथ 48 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. अक्‍टूबर 2021 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सबसे ज्यादा 645 अरब डॉलर के लेवल पर पहुंचा था. हालांकि वर्ष 2022 में आयात की लागत बढ़ने के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में काफी गिरावट दर्ज की गई थी. अब एक बार फिर विदेशी मुद्रा भंडार हाई लेवल की ओर बढता दिख रहा है.

2030 तक 65 प्रतिशत ऊर्जा, अक्षय ऊर्जा से हासिल करेंगे

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि वर्ष 2030 तक हम अपनी कुल ऊर्जा जरूरत का 65 फीसदी अक्षय ऊर्जा से हासिल करने में सक्षम हो जाएंगे. आरके सिंह ने कहा कि अभी भारत की कुल ऊर्जा जरूरत में से 44 फीसदी ऊर्जा गैर-जीवाश्म ईंधन से हासिल होती है और साल 2030 तक इसके 65 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना जताई गई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह 2021 के कॉप सम्मेलन में तय किए गए लक्ष्य से कहीं ज्यादा है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ग्लासगो में हुए COP 26 सम्‍मेलन में भारत ने साल 2030 तक 500 गीगावाट ऊर्जा गैर-जीवाश्म ईंधन से पाने का लक्ष्य रखा था, जो भारत की कुल ऊर्जा जरूरत का 50 प्रतिशत है, लेकिन अब हम 60-65 प्रतिशत ऊर्जा अक्षय ऊर्जा से हासिल कर सकते हैं. इससे 2030 तक बिलियन टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा. उन्होने बताया कि 1,03,000 मेगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा का अभी देश में निर्माण हो रहा है. वहीं 71 हजार मेगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा के लिए बिड चल रही है. बता दें कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने शुक्रवार को एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट वर्ल्ड सस्टेनेबल डेवलेपमेंट समिट के दौरान ये बात कही.

ये भी पढ़े :- Sameer Wankhede की बढ़ी मुश्किलें, ED ने दर्ज किया केस

 

 

  

Latest News

भारत में जनसंख्या वृद्धि, इस्लाम और शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है फिल्म ‘हमारे बारह’

Entertainment News, अजित राय: भारत की युवा फिल्मकार पायल कपाड़िया की फिल्म 'आल वी इमैजिन ऐज लाइट' के कान...

More Articles Like This