ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने FY25-26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है. यह संशोधन मुख्य रूप से मजबूत घरेलू मांग और आर्थिक गतिविधियों में तेजी के चलते किया गया है. 9 सितंबर को जारी अपनी रिपोर्ट में फिच ने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था में मजबूती प्राइवेट कंजम्पशन और निवेश के चलते बनी हुई है. हालांकि वैश्विक आर्थिक सुस्ती और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं, फिर भी भारत ने इनका प्रभावी रूप से सामना किया है. फिच ने कहा कि मजबूत घरेलू नीतियां और निवेश की बढ़ती रफ्तार ने भारत को सही दिशा में रखा है. FY26 में औद्योगिक उत्पादन और सर्विस सेक्टर में भी सुधार की उम्मीद है.
अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर मामूली असर होगा
इससे पहले फिच ने कहा था कि अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर मामूली असर होगा. रिपोर्ट के अनुसार इसे आखिर में कम भी किया जा सकता है. फिच ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को BBB- पर बरकरार रखा है. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि अमेरिका को होने वाले निर्यात का भारत की GDP में केवल 2% हिस्सा है, इसलिए इन टैरिफ का सीधा प्रभाव मामूली होगा. हालांकि, टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का निवेश पर नकारात्मक असर पड़ेगा।.
- BBB- क्या है : सबसे निचली “इन्वेस्टमेंट ग्रेड” रेटिंग। इसका मतलब है कि कर्ज चुकाने की क्षमता ठीक है, लेकिन आर्थिक दिक्कतों में थोड़ा जोखिम हो सकता है. निवेश सुरक्षित, पर सीमित भरोसा.
- BBB क्या है: ये BBB- से एक कदम ऊपर। कर्ज चुकाने की क्षमता अच्छी, जोखिम कम, और निवेशकों का भरोसा थोड़ा ज्यादा.
S&P ग्लोबल ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल ने भारत की लॉन्ग-टर्म क्रेडिट रेटिंग को BBB से बढ़ाकर BBB कर दिया है, जबकि आर्थिक आउटलुक को ‘स्टेबल’ बनाए रखा है. एजेंसी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे मजबूत होती जा रही है. सरकार वित्तीय अनुशासन बनाए रखने और खर्चों को नियंत्रित करने के प्रयास कर रही है. साथ ही, तेज़ आर्थिक विकास भी इस अपग्रेड का एक प्रमुख कारण माना गया है.
रेटिंग बढ़ने का भारत को क्या फायदा होगा?
इसका मतलब ये है कि दुनिया भर के निवेशकों का भारत पर भरोसा बढ़ेगा, क्योंकि रेटिंग बेहतर होने से भारत को कर्ज लेना आसान और सस्ता हो सकता है. साथ ही, ये दिखाता है कि भारत की इकोनॉमी सही दिशा में जा रही है.
वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान 6.3% पर बरकरार रखा
वर्ल्ड बैंक ने जून में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.3% पर बरकरार रखा था. पिछले वर्ष यह 6.5% थी. अप्रैल में वर्ल्ड बैंक ने 2025-26 के लिए भारत के विकास अनुमान को जनवरी के 6.7% से घटाकर 6.3% कर दिया था. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में भारत की 2026-27 की वृद्धि दर 6.5% रहने का अनुमान लगाया है. वर्ल्ड बैंक ने यह भी कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था बना रहेगा.