भारत के रियल एस्टेट सेक्टर का आउटलुक 2025 की तीसरी तिमाही में मजबूत बना रहा. एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मजबूती के पीछे दफ़्तरों की बढ़ती लीज़िंग, हाई-एंड रेजिडेंशियल सेगमेंट में ऊंची मांग और अनुकूल मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियाँ प्रमुख कारण रहीं. नाइट फ्रैंक–नारेडको की रिपोर्ट में कहा गया है कि रियल एस्टेट सेंटिमेंट इंडेक्स का करंट सेंटिमेंट स्कोर 56 से बढ़कर 59 पर पहुँच गया है, जबकि फ्यूचर सेंटिमेंट स्कोर 61 पर स्थिर है. रिपोर्ट बताती है कि बेहतर लिक्विडिटी, कम मुद्रास्फीति और नीतिगत स्थिरता ने डेवलपर्स और निवेशकों दोनों का भरोसा मज़बूत किया है.
ऑफिस सेगमेंट सबसे अधिक आशावादी
सभी एसेट क्लास में स्थिर बनी हुई ऑक्यूपायर मांग और बेहतर नई सप्लाई की वजह से ऑफिस सेगमेंट सबसे अधिक आशावादी बना हुआ है. लगभग 78 प्रतिशत रेस्पॉन्डेंट्स का मानना है कि समग्र आर्थिक गति स्थिर बनी रहेगी या इसमें कुछ सुधार होगा. इसके अलावा, रिपोर्ट बताती है कि 78 प्रतिशत स्टेकहोल्डर्स का अनुमान है कि नई सप्लाई में स्थिर या मध्यम वृद्धि देखी जाएगी, जो कि निरतंर अब्सॉर्प्शन लेवल के बीच डेवलपर्स के अनुशासित अप्रोच को दर्शाता है.
95% रेस्पॉन्डेंट्स को उम्मीद
इसके साथ ही, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि आरबीआई की सहायक मौद्रिक नीति और प्रीमियम हाउसिंग व कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में बढ़ते कैपिटल इंफ़्लो को देखते हुए 86% प्रतिभागियों का मानना है कि फंडिंग की स्थिति या तो समान बनी रहेगी या इसमें हल्का सुधार देखने को मिलेगा. पोर्ट यह भी दर्शाती है कि ग्रेड-ए स्पेस की कमी, स्थिर लीज़िंग ट्रेंड और बढ़ती प्री-लीजिंग गतिविधियों के चलते 95% रेस्पॉन्डेंट्स को उम्मीद है कि ऑफिस रेंट या तो स्थिर रहेंगे या और बढ़ सकते हैं.
निवेशकों का भरोसा और अधिक मज़बूत
रेडको के अध्यक्ष परवीन जैन के अनुसार, लगातार बनी मांग, नीतिगत स्थिरता और मज़बूत फंडिंग माहौल ने डेवलपर्स और निवेशकों का भरोसा और अधिक मज़बूत किया है. वहीं, प्रीमियम हाउसिंग और ऑफिस स्पेस ग्रोथ को बढ़ावा दे रही है, जो कि आने वाले महीनों में इस सेक्टर के लिए एक बैलेंस्ड और मजबूत आउटलुक का संकेत देता है.जोनल सेंटीमेंट में साउथ जोन सबसे आगे रहा और 62 के स्कोर पर पहुंचा.
इसे बेंगलुरू और हैदराबाद में मजबूत ऑफिस लीज़िंग और बड़े टिकट आकार वाले हाउसिंग सेगमेंट की बढ़ती मांग ने मजबूती दी.र्थ जोन भी सुधार के रास्ते पर बना रहा और एनसीआर में स्थिर ऑफिस गतिविधियों के चलते इसका स्कोर बढ़कर 56 पर पहुंचा। वहीं, ईस्ट जोन ने 59 के स्तर पर अपनी स्थिति बनाए रखी.