वीवर्क इंडिया ने सोमवार को FY26 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। जुलाई-सितंबर की अवधि में कंपनी का मुनाफा पिछले वर्ष की समान तिमाही के 203.7 करोड़ रुपए के मुकाबले 96% गिरकर केवल 6.4 करोड़ रुपए रह गया. वहीं, इस तिमाही में कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 22.4% बढ़कर 574.7 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 469.5 करोड़ रुपए थी.
प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस संचालित करने वाली कंपनी का खर्च FY26 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 9% बढ़कर 579 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 530.3 करोड़ रुपए पर था. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक करण विरवानी ने कहा, हमारे दूसरी तिमाही का नतीजा वीवर्क इंडिया की यात्रा में एक निर्णायक मोड़ का संकेत है. रिकॉर्ड आय, बढ़ते मार्जिन और हमारी पहली पीएटी पॉजिटिव तिमाही के साथ, हमने यह प्रदर्शित किया है कि लचीलापन और मुनाफा बड़े पैमाने पर एक साथ मौजूद रह सकते हैं.
यह तिमाही कंपनी के ऑपरेटिंग लिवरेज और मुनाफे में मजबूत सुधार को दर्शाती है. इस दौरान IGAPP ईबीआईटीडीए तिमाही आधार पर 45% बढ़ा और आरओसीई 22.2% तक मजबूत हुआ. कंपनी के सीईओ ने कहा कि हम अब केवल फिजिकल स्पेस तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वर्कस्पेस सॉल्यूशंस, सर्विसेज और टेक्नोलॉजी के फुल-स्टैक इकोसिस्टम में विकसित हो रहे हैं. वीवर्क इंडिया एक ऐसा स्थायी वातावरण तैयार कर रहा है, जो संगठनों और प्रभावशाली समुदायों को अपना सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के लिए सशक्त बनाता है. कंपनी तेजी से बढ़ रही है, रिकॉर्ड राजस्व दर्ज कर रही है और दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करते हुए मार्जिन भी बढ़ा रही है.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि तिमाही के दौरान और पहली छमाही की समाप्ति पर (30 सितंबर, 2025 तक) क्रमश: 5,61,324 और 5,75,561 एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शंस दिए गए हैं. नतीजों के बाद वीवर्क इंडिया का शेयर 1.41% की गिरावट के साथ 624 रुपए पर बंद हुआ.