Japan: चीन के खिलाफ जापान ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. इसका कारण यह है कि एक चीनी तटरक्षक जहाज से उड़ान भरने वाले हेलिकॉप्टर ने जापान की हवाई सीमा में प्रवेश किया. इसके अलावा, चार चीनी जहाज विवादित सेनकाकू द्वीपों के पास जापानी जल सीमा में घुस आए. जापानी सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी है.
चीन भी इन द्वीपों पर दावा करता है और उन्हें ‘दियाओमू’ कहता है. जापान की समाचार एजेंसी ‘क्योदो’ ने बताया कि यह घटना शनिवार को हुई और यह इस तरह की चौथी घुसपैठ है. जापानी तटरक्षक बल के अनुसार, ‘दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर एक चीनी तटरक्षक जहाज से हेलिकॉप्टर को उड़ान भरते देखा गया. यह हेलिकॉप्टर 15 मिनट तक जापानी हवाई सीमा में मंडराता रहा. इसके बाद जापान की वायु सेना ने दो लड़ाकू विमान भेजे.
जापानी विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह हेलिकॉप्टर सेनकाकू द्वीपों के ऊपर से जापनी हवाई सीमा में आया था. मंत्रालय ने बताया कि शनिवार की दोपहर 12 बजे चीनी तटरक्षक बल के चार जहाज जापानी जल सीमा में दाखिल हुए और उनमें से एक जहाज से उड़ान भरने वाला हेलिकॉप्टर जापानी हवाई क्षेत्र में घुस आया.
इस घटना के बाद जापान के एशिया और ओशिनिया मामलों के ब्यूरो के महानिदेश ने टोक्यो स्थित चीनी दूतावास से उप राजदूत झाओ बाओगांग को बुलाया और विरोध दर्ज कराया. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
वहीं दूसरी तरफ, चीन के सरकार नियंत्रित ‘ग्लोबल टाइम्स’ अखबार ने बताया कि चीन के तटरक्षक जहाज शनिवार को नियमित गश्त कर रहे थे. उसी दौरान एक जापानी नागरिक विमान चीन के हवाई क्षेत्र (दियाओयू द्वीप के ऊपर) में सुबह 11.19 बजे घुसा और 11.24 बजे बाहर निकल गया. चीन के तटरक्षक बल ने जरूरी कदम उठाए और एक हेलिकॉप्टर को भेजकर उस विमान को चेतावनी दी और खदेड़ दिया. ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन में जापान के राजदूत वु जिआंगहाओ ने जापान के उप विदेश मंत्री टाकेहिरो फुनाकोशी के सामने इस घटना पर आपत्ति जताई है.