Green Hydrogen Power Plant: गुजरात के कांडला स्थित दीनदयाल पत्तन प्राधिकरण (डीपीए) में भारत के पहले स्वदेशी 1 मेगावाट क्षमता वाले ग्रीन हाइड्रोजन पावर प्लांट का संचालन शुरू हो गया है. इस प्लांट का केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार को उद्घाटन किया.
बता दें कि यह प्लांट सालाना लगभग 140 मीट्रिक टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने में सक्षम है और समुद्री डीकार्बोनाइजेशन तथा स्थायी बंदरगाह संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
केंद्रीय मंत्री ने की हाइड्रोजन इकोसिस्टम के स्थापना की प्रशंसा
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने पूरी तरह से भारतीय इंजीनियरों द्वारा निर्मित एक पूर्णतः आत्मनिर्भर, भविष्य के लिए तैयार हाइड्रोजन इकोसिस्टम की स्थापना की प्रशंसा की और इसे देश भर के बंदरगाहों के लिए पर्यावरण के अनुकूल और नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरणा बताया.
उन्होंने बंदरगाह पर संचालन के लिए देश के पहले मेड इन इंडिया ऑल इलेक्ट्रिक ग्रीन टग पूर्व तैनाती का हवाला देते हुए हरित पहलों के प्रति डीपीए की निरंतर प्रतिबद्धता की भी सराहना की.
पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
बता दें कि 26 मई को भुज की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मेगावाट क्षमता वाले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट की आधारशिला रखी गई, जिसे याद करते हुए केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन की सराहना की. इस परियोजना के हिस्से के रूप में केवल चार महीनों के भीतर 1 मेगावाट मॉड्यूल का चालू होना, भारत के ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम के कार्यान्वयन के लिए एक नए मानक को दर्शाता है.
गति, पैमाने और कौशल का एक शानदार उदाहरण
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डीपीए ने उस दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल दिया है, जो मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 के तहत गति, पैमाने और कौशल का एक शानदार उदाहरण है. केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के हरित परिवर्तन का एक शक्तिशाली प्रतीक है और नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है.
सोनोवाल ने की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता की सराहना
केंद्रीय मंत्री ने डीपीए के नेतृत्व और एलएंडटी की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता की सराहना करते हुए कहा कि “मैं अध्यक्ष के नेतृत्व में डीपीए की पूरी टीम की सराहना करता हूं और इस जटिल परियोजना को उल्लेखनीय गति और सटीकता के साथ पूरा करने के लिए एलएंडटी के इंजीनियरों की सराहना करता हूं.”
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