Operation Sindoor: सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आने वाले समय में खतरनाक युद्ध की चेतावनी दी है, हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी भी देश का नाम नहीं लिया है, लेनिक उन्होंने इतना जरूर कहा है कि इस बार दुश्मन को किसी और देश का समर्थन भी मिल सकता है. सेना प्रमुख का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर अमेरिका के दौरे पर हैं.
खबरों के मुताबिक, सेना प्रमुख ने खतरे की आशंका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह अगली बार कहीं ज्यादा हो सकता है और वह देश इसे अकेले करेगा या किसी और देश के समर्थन से करेगा, हमें नहीं पता, लेकिन, मुझे पूरा यकीन है, मुझे लगता है कि वह देश अकेला नहीं होगा. यहीं हमें सावधान रहना होगा.’
क्या होता है ग्रे जोन?
वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की जटिलताओं पर जोर देते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि यह ऑपरेशन शतरंज के खेल की तरह था. हम उन्हें शह और मात दे रहे थे. हमें नहीं पता था कि दुश्मन की अगली चाल क्या होगी और हम क्या करने वाले हैं. इसे हम ग्रे जोन कहते हैं. इसका मतलब है कि हम पारंपरिक अभियान नहीं चला रहे, लेकिन हम कुछ ऐसा कर रहे हैं जो पारंपरिक अभियान से थोड़ा हटकर हो.’
ऑपरेशन सिंदूर ने सिखाया असली ग्रे जोन का मतलब
उन्होंने कहा कि ‘पारंपरिक अभियान का मतलब है, जो कुछ आपके पास है सबकुछ लेकर जाएं और अगर आप वापस आ सकते हैं तो वापस आ जाएं, नहीं तो वहीं रहें. यहां ग्रे जोन का मतलब सभी क्षेत्र में से किसी में होने वाली गतिविधि से है, हम इसी के बारे में बात कर रहे हैं और ऑपरेशन सिंदूर ने हमें सिखाया कि यही ग्रे जोन है और यह हमेशा मौजूद रहेगा.’
सेना प्रमुख ने दी अगले युद्ध की चेतावनी
उन्होंने कुछ खास जानकारी न देते हुए कहा कि ‘और, अगला युद्ध जिसकी हम कल्पना कर रहे हैं, वह जल्द हो सकता है. हमें उसके अनुसार तैयारी करनी होगी, इसमें हमें यह लड़ाई मिलकर लड़नी होगी.सेना अकेले इस लड़ाई को नहीं लड़ेगी. उन्होंने कहा कि ‘यदि मैं अपने नजरिए से इसे देखूं, तो भारत ढाई मोर्चों का सामना कर रहा है. अगर देश की जमीनी सीमाओं की बात करें तो आज के भारत के लोगों की मानसिकता के मद्देनजर विजय की मुद्रा जमीन के रूप में बनी रहेगी.
जंग के लिए हमेशा रहना होगा तैयार
सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि इस दौरान भारतीय थल सेना शतरंज खेल रही थीं, जिसमें कुछ दिख रहा था तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. वहीं, यदि कुछ दिखाई भी दे रहा था, जो हो सकता है कि दूसरे देश दुश्मन की मदद कर रहे हो… यह टेस्ट मैच चौथे दिन रुक गया, यह 14 दिन, 140 दिन, 1400 दिन भी जारी रह सकता था. हमें नहीं पता, लेकिन हमें इन सब के लिए तैयार रहना होगा.
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