Ajab Gajab: मर कर जिंदा हो गया था ये कलाकार! मौत की पूरी कहानी सुनकर हो जाएंगे हैरान

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Ajab Gajab: हर किसी को यह जानने की इच्छा होती है कि मरने के बाद इंसान के साथ क्या होता है. ऐसी कई खबरे सामने आईं हैं जो हमें आश्चर्य कर देती हैं. बहुत से लोगों ने मौत का मंजर सामने देखा है. इसको लेकर सभी लोग अपना-अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हैं. रॉयल शेक्सपियर कंपनी के एक्टर शिव ग्रेवाल ने ऐसा ही एक जिदंगी के बाद की जर्नी का राज खोला है. शिव 7 मिनट तक मौत के मुंह में रहे, जहां उन्होंने बहुत सी हैरान कर देने वाली चीजें देखीं और महसूस कीं. उनकी मौत की कहानी सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान.

लंदन के पेखम के रहने वाले 60 साल के शिव ग्रेवाल ने बताया कि, उनकी मौत 7 मिनट के लिए दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो गई थी. ग्रेवाल जिस वक्त मौत के किनारे पर खड़े थे, उस वक्त डॉक्टर्स उन्हें बचाने के लिए CPR दे रहे थे. शिव ने कहा, “मुझे महसूस हो रहा था कि मैं मर चुका हूं. मुझे पता था कि मेरा ब्रेन डेड हो रहा है और मदद के लिए चिल्ला रहा है. हालांकि इस दौरान मैंने कुछ ऐसा महसूस किया, जो मेरे शरीर से बिल्कुल अलग था. मैं होश में नहीं था, लेकिन फिर भी अपनी भावनाओं और संवेदनाओं को महसूस कर पा रहा था.”

2013 की घटना
ग्रेवाल ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि, “किसी तरह मुझे पता चल गया था कि मैं मर चुका हूं. उन्होंने कहा कि मुझे महसूस हुआ कि चीजें मेरे शरीर से बिल्कुल अलग हैं. ये ऐसा था, जैसे मैं किसी खाली जगह में हूं, लेकिन भावनाओं और संवेदनाओं को महसूस कर सकता था.” शिव आगे कहते हैं कि, मेरे पास ऐसा कोई शरीर नहीं था.

मुझे लगता है कि ये कुछ-कुछ पानी में तैरने जैसा था. आप ऐसे महसूस करते हैं, जैसे आपका अपना कोई वजन ही नहीं और फिजिकल दुनिया से अलग हो जाते हैं.” उन्होंने पीए रियल लाइफ को बताया, “एक समय, मैं चंद्रमा पर यात्रा कर रहा था, और मैं अपने आस-पास उल्कापिंड और पूरा अंतरिक्ष देख सकता था.” उन्होंने कहा कि, “मैं अपनी जिंदगी और अपनी पत्नी के पास वापस लौटना चाहता था. मैं जिंदा रहना चाहता हूं. मैंने मांग की कि मुझे वापस जाना है. इसके बाद मुझे जिंदगी में वापस लौटने की इजाजत मिल गई.” ग्रेवाल के साथ यह घटना 9 फरवरी 2013 में हुई थी.

मौत से नहीं लगता डर
शिव ने कहा कि मौत के मुंह से लौटने के बाद वह अब और मजबूत हो गए हैं. डॉक्टर ने उन्हें बचाने के लिए CPR देकर उनके रुके हुए दिल को फिर से शुरू कर दिया. ग्रेवाल ने बताया कि इस अनुभव ने जिंदगी पर विश्वास करना सीखा दिया है. जिस वजह से उन्हें अब मरने से डर नहीं लगता और उन्हें इस बात का एहसास दिलाता है कि जिंदगी में जो कुछ भी है, वह कितना कीमती है.

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