Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को भारत से संभावित हमले का खौफ है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की नीलम घाटी में सबसे ज्यादा डर देखने को मिल रहा है. एक ओर जहां नीलम घाटी में सन्नाटा फैला हुआ है, तो वहीं अब स्थानीय प्रशासन ने घाटी में ब्लैकआउट का ऐलान कर दिया है.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, कश्मीर प्रशासन ने घाटी में बिजली काटने का फैसला किया है. भारत के संभावित हमले के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. कश्मीर प्रशासन का कहना है कि यह ब्लैकआउट रात में किसी बड़े हमले से बचने के लिए किया गया है.
यहां है नीलम घाटी
नीलम घाटी नियंत्रण रेखा (LoC) से मात्र 3 किमी दूर है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित कश्मीर क्षेत्र को बांटती है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित नीलम घाटी को पर्यटक स्थल माना जाता है. यहां पर दुनियाभर के लोग घूमने के लिए आते हैं. नीलम घाटी में लगभग 2 लाख लोग रहते हैं, जो कश्मीर मूल के हैं. नीलम घाटी पर भारत का दावा रहा है, लेकिन पीओके के चलते यह पाकिस्तान के हिस्से में चला गया है.
पर्यटकों के न आने से सन्नाटा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही नीलम घाटी में सन्नाटा पसरा है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक लोग यहां जाने से डर रहे हैं. लोगों को यह डर है कि भारत सबसे पहले यहीं पर हमला करेगा. यही वजह है कि भीषण गर्मी में भी नीलम घाटी में लोगों की आवाजाही नहीं है. नीलम घाटी में जो स्थानीय निवासी हैं, वो भी बंकर की ओर रुख कर रहे हैं. पूरे इलाके में सन्नाटा फैला हुआ है.
ब्लैकआउट का फैसला
नीलम घाटी पर खतरे को देखते हुए कुछ ही दिन पहले कश्मीर प्रशासन ने सभी अधिकारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी थी. प्रशासन का कहना था कि अभी हालात ठीक नहीं है, इसलिए सभी लोग अपने काम पर रहें. छुट्टी रद्द करने के बाद अब प्रशासन ने ब्लैकआउट का ऐलान किया है. प्रशासन का कहना है कि बिजली गुल की स्थिति में काफी जानकारियां उजागर नहीं हो पाएंगी, जिससे भारत के संभावित हमले से नीलम घाटी को बचाया जा सकता है.
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