China-US Trade Deal: अमेरिका के विशेष व्यापारिक दूत स्टीव विटकॉफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बुधवार को मुलाकात हुई, जिसे अमेरिका ने सकारात्मक करार दिया है. बता दें कि अमेरिका और रूस के इन नेताओं के मुलाकात के बाद ही ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. फिलहाल, चीन पर अमेरिका की ओर से रूस व्यापार को लेकर अभी तक कोई टैरिफ नहीं लगाया गया है.
दरअसल, व्हाइट हाउस के एडवाइजर पीटर नवारो ने अपने एक इंटव्यू के दौरान कहा कि अमेरिका रूसी तेल की खरीद पर चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने में जल्दबाजी नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम उस बिंदु पर नहीं जाना चाहते, जहां हम वास्तव में खुद को नुकसान पहुंचाएं. चीन पहले से ही कई वस्तुओं पर 50 फीसदी टैरिफ के अधीन है.
चीन पर तत्काल कार्रवाई की कोई योजना नहीं
पीटर नवारो ने कहा कि वॉशिंगटन रूस के साथ चीन के ऊर्जा संबंधों पर नजर रख रहा है. हम इंतजार कर रहे हैं. तत्काल किसी कार्रवाई की कोई योजना नहीं है. हालांकि व्हाइट हाऊस के एडवाइजर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका रूस से ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर व्यापार दंड कड़ा कर रहा है, लेकिन यह टैरिफ युद्ध को और बढ़ाने से होने वाले आर्थिक नुकसान की चिंताओं को भी रेखांकित करता है.
अमेरिका ने भारत-चीन दोनों को दी थी धमकी
बता दें कि अमेरिका ने भारत की तरह ही चीन पर भी रूस से तेल खरीदने की स्थिति में 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी. लेकिन, ट्रंप ने सिर्फ भारत पर ही टैरिफ लगाया है; चीन के खिलाफ ऐसी कार्रवाई से फिलहाल वह बच रहे हैं.
पुतिन से मिल सकते हैं ट्रंप
इस बीच, अमेरिका ने विटकॉफ और पुतिन की मुलाकात को सकारात्मक बताया है. हालांकि इन दोनों देशों के नेताओं के मुलाकात के बाद ही भारत पर टैरिफ लगाया गया. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यूक्रेन के साथ रूस की जंग को रोकने के लिए ट्रंप पुतिन से अगले सप्ताह मिल सकते हैं. हालांकि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी कहा था कि वह स्टीव विटकॉफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात के बाद ही भारत पर टैरिफ लगाने का फैसला करेंगे.